61वीं हिंदी राज्य नाट्य स्पर्धा , "घायल पंछी' का मंचन
आयोजन 61वीं हिंदी राज्य नाट्य स्पर्धा , "घायल पंछी' का मंचन
डिजिटल डेस्क, मुंबई । 61वीं हिंदी राज्य नाट्य स्पर्धा में शुक्रवार को दो अंकी नाटक "घायल पंछी' का मंचन किया गया। नाटक की प्रस्तुति अश्वघोष कला अकादमी द्वारा की गई। नाटक का लेखन एवं निर्देशन वीरेंद्र गणवीर ने किया है। प्रकाश योजना रिषिल ढोबले, नेपथ्य शिवम मस्के, पार्श्वसंगीत सौरभ कांबले, प्रियांक उके, रंगभूषा-वेशभूषा प्राची जांभुलकर, रंगमंच व्यवस्था उत्कर्ष तायडे, आशीष दुर्गे की है। निर्मिती प्रमुख सुरेंद्र वानखेडे है। नाटक में श्रेयस अतकर, अस्मिता पाटिल, प्रतीक खोब्रागडे, प्राची जांभुलकर, साक्षी नायगांवकर, हर्ष नागभिडे ने भूमिका की है।
यह है नाटक की कहानी
नाटक घायल पंछी की कहानी गरीब मां उसके बच्चे की है। गरीब मां अपने बच्चे के साथ गांव में रहती है। मां अपने बच्चे का पालन-पोषण व उसे शिक्षित करने के लिए घर-घर जाकर बर्तन और कपड़े धोने का काम करती है। उस बच्चे को कई बच्चे पागल-पागल कहकर छेड़खानी करते हैं। जिससे बच्चा बहुत परेशान रहता है। लेकिन मां बच्चे को आगे बढ़ाने का ढाढस बंधाती है। नाटक में मतिमंद बच्चे को शिक्षित करने के संघर्ष की कहानी दिखाई है।