पुणे से 4 युवक भूखे -प्यासे 58 घंटे की यात्रा के बाद पहुंचे घर
पुणे से 4 युवक भूखे -प्यासे 58 घंटे की यात्रा के बाद पहुंचे घर
डिजिटल डेस्क, नागभीड़(चंद्रपुर)। पुणे समीप चाकन में मर्सिडिज कंपनी में काम करनेवाले नागभीड तहसील केबालापुर (बुज.) के चार युवक कंपनी द्वारा कोरोना के कारण काम रोकने से वापस निकलकर करीब 58 घंटे की यात्रा के बाद आखिरकार अपने गांव पहुंचे। रेलवे व बसेस बंद होने से अलग-अलग वाहनों से यात्रा की। परंतु इस दरम्यान सर्वत्र शुरू लॉकडाउन से यह यात्रा भूखे पेट करनी पड़ी।
कंपनी ने काम बंद करने के बाद वहां वैद्यकीय जांच कर सोमवार को सुबह 7बजे पुणे से निकले इन चार युवकों के साथ गोंदिया जिले के दो युवक भी साथ में थे। रेलवे व बसेस बंद होने से घर वापस जाने का निर्णय लिया और अपने घर के लिए निकल पड़े। प्रारंभ में कार कंटेनर से पुणे से निकलकर औरंगाबाद तक आएं। वहां से पुलिस की मदद से एक ट्रक से वर्धा पहुंचे। वर्धा से फिर एक ट्रक पर सवार होकर मंगलवार रात 7 बजे के दौरान नागपुर के बुटीबोरी पहुंचे। रात में सुविधा नही होने से भूखे पेट सड़क किनारे रात गुजारी। सुबह कोयले के ट्रक में सुबह 8 बजे चारों उमरेड पहुंचे
जिप सदस्य ने की मदद
उमरेड से सुविधा नही होने के चलते आखिरकार उन्होंने उनके क्षेत्र के भाजपा जिला महामंत्री व जिप सदस्य संजय गजपुरे से संपर्क किया। गजपुरे ने उन्हें ढांढस देते हुए उमरेड में रहनेवाले विक्की वरघने को मदद करने के लिए कहा। नागभीड न.प. उपाध्यक्ष गणेश तर्वेकर के उक्त भांजे ने विलंब न करते हुए उमरेड के चौराहे पर खड़े इन चार युवकों से भेट कर युवकों के लिए नाश्ते की सुविधा की।सुबह से ही वाहन की व्यवस्था नही हुई। देर होने के चलते दोपहर को वरघने ने खुद के घर से खाने की व्यवस्था की।
दरम्यान गजपुरे ने बालापुर केपरिवार से संपर्क कर वहां के सामाजिक कार्यकर्ता प्रा.सचिन भोपये समेत एक पालक को लेकर संजय गजपुरे ने उमरेड से वाहन से रवाना किया। आखिरकार शाम 5बजे के दौरान सभी युवक बालापुर पहुंचे। बालापुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में वैद्यकीय जांच करने के बाद उन्हें घर छोडा गया।संकट के समय मदद करनेवाले जि.प.सदस्य संजय गजपुरे व विक्की वरघने की सराहना की जा रही है।