चंद्रपुर जिले में 10,380 फायलेरिया के मरीज
10 से 20 फरवरी तक घर-घर बांटी जाएगी दवा चंद्रपुर जिले में 10,380 फायलेरिया के मरीज
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। चंद्रपुर जिले में हाथी रोग (फायलेरिया) एक गंभीर समस्या बन रही है। यह रोग शारीरिक विकृति और अक्षमता जैसे गंभीर परिणामों का कारण बनता है। यह बीमारी जिले में अपने पाव पसारने का चित्र स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए आंकड़ों से सामने आ रह है। जानकारी के अनुसार चंद्रपुर जिले में वर्ष 2022 में कुल 10 हजार 380 हाथीरोग के मरीज बताए गए हैं, जिसके चलते प्रशासन मुस्तैद होकर इसके रोकथाम में जुट गया है। इसके लिए सरकार से 10 से 20 फरवरी तक राष्ट्रीय कीट रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत हाथी रोग उन्मूलन दवा अभियान चलाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। इस दवा अभियान को शत-प्रतिशत सफल करने के निर्देश जिलाधिकारी विनय गौड़ा ने दिए है। इस संदर्भ में जायजा बैठक ली गई, जिसमें मुख्य कार्यकारी अधिकारी विवेक जॉन्सन, उपविभागीय अधिकारी मुरुगानंथम एम., स्वास्थ्य सेवा (हिवताप) विभाग के सहायक संचालक डॉ. श्याम निमगडे, जिला शल्य चिकित्सक डॉ. बंडू रामटेके, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजकुमार गहलोत, विश्व स्वास्थ्य संगठन के नागपुर विभाग के सलाहकार डॉ. भाग्यश्री त्रिवेदी, जिला हिवताप अधिकारी डॉ. प्रतिक बोरकर, शिक्षाधिकारी कल्पना चव्हाण, दीपेंद्र लोखंडे, डॉ. संदीप गेडाम, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी (पंचायत) कपिलनाथ कलोडे आदि उपस्थित थे।
जिले के 9 तहसील में चंद्रपुर (ग्रामीण), भद्रावती, राजुरा, पोंभुर्णा, गोंडपिपरी, मूल, सावली, सिंदेवाही व ब्रह्मपुरी इन तहसील में यह मुहिम चलाई जा रही है। तहसील स्तर पर तहसीलदारांें ने तहसील स्वास्थ्य अधिकारी, गटविकास अधिकारी, नगर परिषद / पंचायत मुख्याधिकारी, गटशिक्षाधिकारी तथा एनसीसी, एनएसएस के जिला समन्वयक तथा स्कूल, महाविद्यालय के प्रतिनिधि के साथ तत्काल बैठक ले। आशा स्वयंसेविका व स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा नि:शुल्क दवा दी जाएगी। दवा खाली पेट न लें, अलबेंडाझॉल गोली चबाकर खाए। दवा स्वास्थ्य कर्मचारी के सामने खाना आवश्यक है। दो वर्ष से कम आयु तथा प्रसूता माताओं को दवा नहीं दी जाएगी। नागरिकांें तथा सभी विभागों को मुहिम शतप्रतिशत सफल बनाने के आदेश जिलाधिकारी ने दिए हैं।