दुष्कर्म के बाद मां बनी नाबालिग के बच्चे की मौत
डिजिटल डेस्क, सतना। सिंहपुर थाना अंतर्गत दुष्कर्म के बाद मां बनी पीडि़ता के प्री-मेच्योर शिशु की जिला अस्पताल के नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एससीएनयू) में बीती रात मौत हो गई। डॉक्टरों ने बताया कि ७ माह में ही बच्चे का जन्म हो जाने की वजह से वह सांस नहीं ले पा रहा था। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नागौद से उसे दो दिन पहले जिला अस्पताल रेफर किया गया था। शिशु को एससीएनयू में वेंटीलेटर में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखकर ट्रीटमेंट किया गया लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। शिशु का वजह १ किलो ३०० ग्राम था। शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ संजीव प्रजापति ने मृत शिशु का पोस्टमार्टम किया। डॉक्टर बताते हैं कि इस तरह के रेयर मामलो में ही शिशुओं की जान बचती है। क्योंकि समय से दो महीने पहले पैदा होने की वजह से शिशुओं का फेफड़ा पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाता जिससे उनको सांस लेने में तकलीफ होती है।
ये है घटनाक्रम
उल्लेखनीय है कि सिंहपुर थाना अंतर्गत नाबालिग के पेट में दर्द होने की वजह से परिजन १९ मई को उसे लेकर नागौद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे थे। मेडिकल चेकअप में पीडि़ता के ७ माह के गर्भवती होने की पुष्टि हुई थी। उसी दिन पीडि़ता ने ७ माह के शिशु को जन्म दिया था। हालत गंभीर होने पर जच्चा-बच्चा को जिला अस्पताल रेफर किया गया था। इस मामले में नाबालिग पीडि़ता की शिकायत पर सिंहपुर पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपी मनीष कुशवाहा पिता शिवबालक कुशवाहा (21) निवासी उमरहट थाना नागौद के खिलाफ आईपीसी की धारा ३७६, ३७६ (२)(एन) और ५/६ पाक्सो एक्ट के तहत कायमी कर २२ मई को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।