मौसम: चक्रवाती तूफान से महाराष्ट्र के कई हिस्सों में हो सकती है भारी बारिश
भारत से चार दिन देरी से लौटा दक्षिण-पश्चिम मानसून
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । भारत से मानसून की पूरी तरह विदाई हो गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून 15 अक्टूबर की सामान्य तारीख के चार दिन बाद गुरुवार को पूरी तरह लौट गया है। मानसून की वापसी की प्रक्रिया सामान्य तिथि से आठ दिन बाद 25 सितंबर को शुरू हुई थी।
इसके साथ ही मौसम विभाग ने कहा है कि दक्षिण-पूर्व अरब सागर और उसके नजदीक लक्षद्वीप के क्षेत्र के ऊपर एक संभावित चक्रवाती प्रणाली तैयार हो चुकी है। 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाओं के चलने के आसार हैं और चक्रवात के तट से टकराने के बाद महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे सहित कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने बयान में कहा है कि 20 अक्टूबर को दक्षिण पश्चिम अरब सागर में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं। 21 से 23 अक्टूबर के दौरान तूफानी हवाओं के धीरे-धीरे बढ़कर 45-55 किमी प्रति घंटे से लेकर 65 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने की आशंका है।
चक्रवाती तूफान के दुष्प्रभाव के कारण मुंबई और राज्य के अन्य हिस्सों में रात का तापमान गिरकर 22 से 23 डिग्री सेल्सियस हो सकता है। चक्रवाती तूफान के कारण मुंबई से सटे पुणे में भी तापमान में कमी आएगी। पूर्वानुमान है कि 22-25 अक्टूबर के आसपास तापमान 16 से 17 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। दूसरी ओर दक्षिण कोंकण में चक्रवात के कारण बारिश हो सकती है।