जहरीली सब्जी: कोयलार की भाजी से मौत संभव नहीं, कोई दूसरे जहरीली चीज की आशंका

  • कृषि विशेषज्ञ और विशेषज्ञ चिकित्सकों ने भी जताया संदेह
  • देर शाम हुआ मां-बेटी का अंतिम संस्कार
  • किसी को यकीन नहीं हो रहा, भाजी से मौत

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-30 03:49 GMT

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा में पांढुर्ना के घुडनखापा में जहरीली सब्जी खाने से शुक्रवार को मां-बेटी की जान चली गई। वहीं पिता और दो बेटों की हालत बिगड़ गई। जिस कोयलार की भाजी का सेवन करने से परिवार का स्वास्थ्य बिगड़ा था उसको लेकर विशेषज्ञ चिकित्सक हैरान है। बीएमओ और कृषि विशेषज्ञ का कहना है कि कोयलार की भाजी से मौत होना संभव नहीं है। सब्जी में किसी जहरीली चीज गिरने की आशंका है, जो दो लोगों की मौत का कारण बनी है।

बीएमओ डॉ.दीपेन्द्र सलामे का कहना है कि फूड पाइजनिंग होने पर पानी की कमी या शॉक की वजह से मरीज की मृत्यु हो सकती है, लेकिन भोजन के बाद कुछ घंटों में ही मां और बेटी की मौत होना आश्चर्य का विषय है। इसीलिए इलाज के दौरान पेशेंट के पेट से निकले पानी और बिसरा जब्त किया गया है। लैब से जांच रिपोर्ट आने पर कुछ कहा जा सकता है।

देर शाम हुआ मां-बेटी का अंतिम संस्कार

गुरुवार को ४० वर्षीय नौकिता और उसकी १६ वर्षीय बेटी योगिता की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पीएम के बाद शुक्रवार मां-बेटी का अंतिम संस्कार किया गया है। वहीं दूसरी और नागपुर में प्राथमिक इलाज के बाद पिता सूर्यभान और दो भाई अविनाश और आशीष को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

नहीं पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि

जहरीली सब्जी के सेवन से मां-बेटी की मौत जैसी गंभीर घटना के दूसरे दिन न तो प्रशासनिक अधिकारी घुडऩखापा पहुंचे और न ही जनप्रतिनिधि। हालात तो यह रहे कि जिस सब्जी के सेवन से दो लोगों की मौत हुई है उसके नमूने लेने अधिकारियों ने दिलचस्पी नहीं दिखाई।

किसी को यकीन नहीं हो रहा, भाजी से मौत

सूर्यभान के बेटे अविनाश ने बताया कि गुरुवार शाम खेत में काम खत्म होने के बाद मेरी मां नौकिता ने कोयलार की भाजी तोडक़र लाई थी पड़ोसी वृद्धा ने बताया कि भाजी को मराठी में कुंद्री और गोंडी में कोड़वरी कहते है। यह भाजी पोष्टिक और गुणकारी होती है। भाजी में मिर्ची, टमाटर व प्याज डालकर सूखी बनाई जाती है। भाजी खाने से इतनी बड़ी घटना हो जाएगी, हमनें कभी नहीं सोचा था।

एक्सपर्ट व्यू

यूं तो निंदाई में कई तरह की भाजियां निकलती है। मजदूर व गरीब किसान अक्सर खेतों से निकलने वाली भाजी की सब्जियां बनाते है। कोयलार की भाजी भी आदिवासियों में प्रचलित है। मेरी जानकारी के अनुसार कोई भी नई घास या छोटा पौधा इतना जहरीला नहीं हो सकता, कि कुछ घंटों में ही खाने वाले की जान ले लें। सब्जी में कुछ और गिर जाने या जहरीली चीज मिलने से ऐसी स्थिति बनी होगी।

-किशोर डिगरसे, वरिष्ठ कृषि विशेषज्ञ, पांढुर्ना।

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