IND vs PAK: अरुंधती की इस हरकत पर ICC ने लगाई फटकार, नियमों का उल्लंघन करने के लिए सुनाई सजा
- अरुंधती की इस हरकत पर ICC ने लगाई फटकार
- कोड ऑफ कंडक्ट के नियमों का उल्लंघन करने के लिए दी सजा
- निदा डार को आउट करने के बाद आक्रामक अंदाज में जश्न मनाया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वीमेंस टी20 विश्व कप 2024 का सातवां मुकाबला रविवार 6 अक्टूबर को भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया था। दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में टीम इंडिया ने अपने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को 6 विकेटों से मात दी थी। दोनों टीमों के बीच खेले गए मुकाबले में भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया था। टीम इंडिया की जीत में अरुंधति रेड्डी ने अहम भूमिका निभाई। लेकिन इस दौरान उन्होंने एक बड़ी गलती कर दी थी जिसकी वजह से आईसीसी ने उन्हें नियम के तहत सजा सुना दी।
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने सोमवार को एक प्रेस रीलीज के जरिए इसकी जानकारी दी। उन्होंने इसमें बताया की भारतीय गेंदबाज अरुंधती रेड्डी ने मैच में गेदबाजी के दौरान आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट के नियम का उल्लंघन किया है। इसके लिए उन्हें सजा के तौर पर उनेक खाते से एक डीमेरिट पॉइंट्स जोड़ा गया है।
An India pacer has been reprimanded for breaching the ICC Code of Conduct during their Women's #T20WorldCup contest against Pakistan.https://t.co/ez3kvtjiDR
— ICC (@ICC) October 7, 2024
क्या किया अरुंधती ने?
दरअसल, पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबाले में 20वें ओवर के दौरान अरुंधती रेड्डी ने विपक्षी टीम की निदा डार को चौथी गेंद पर आउट किया था। निदा ने पाकिस्तान के लिए 34 गेंदों पर 28 रन बनाकर आउट हो गई थी। उनके पवेलियन पहुंचने के बाद अरुंधती ने आक्रामक अंदाज में जश्न मनाया था साथ ही पाकीस्तानी पवेलियन की ओर इशारे भी किए थे। आईसीसी के बनाए गए नियमों के मुताबिक अरुंधती की यह हरकत आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता है। इसके लिए उनको 1 डीमेरिट पॉइंट दिया गया है।
Arundhati Reddy pic.twitter.com/VWZcrNHfmW
— Suresh Kumar (@SureshK84102899) October 6, 2024
क्या है कोड ऑफ कंडक्ट का आर्टिकल 2.5
दुबई में खेले गए मुकाबले के दौरान अरुंधती की इस हरकत के लिए उन्हे सबसे छोटी सजा दी गई है। आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.5 के अनुसार अगर कोई खिलाड़ी गलत भाषा, गलत इशारे या किसी दूसरे प्लेयर को भड़काने की कोशिश करता है तो उसे लेवल वन का अपराध माना जाता है। इसके लिए सबसे छोटी सजा 1 डिमेरिट पॉइंट है। वहीं, इस हरकत के लिए खिलाड़ी पर मैच फीस का जुर्माना भी लगाया जा सकता है।