India vs West Indies Test Series : वेस्टइंडीज की धरती पर चलता है टीम इंडिया का सिक्का, बीते 17 साल से नहीं हारी कोई भी सीरीज, लगातार पांचवी जीत पर नजर

17 सालों से वेस्टइंडीज में टेस्ट सीरीज नहीं हारा भारत

Bhaskar Hindi
Update: 2023-07-11 09:45 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। टीम इंडिया इस समय वेस्टइंडीज के दौरे पर है। दोनों देशों के बीच कल (बुधवार) से 2 मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू हो रही है। यह मैच डोमिनिका में खेला जाएगा। इस सीरीज के साथ ही दोनों टीमें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (2023-25) के अगले राउंड की शुरूआत करेंगी। हाल ही में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुरी हार का सामना करना पड़ा था, ऐसे में ब्लू ब्रिगेड इस मैच को जीतकर नया आगाज करना चाहेगी।

खेल विशेषज्ञों के मुताबिक इस सीरीज में भारतीय टीम का पलड़ा भारी है। उसका कारण यह है कि टेस्ट क्रिकेट में दोनों टीमों के स्तर में फासला अब बहुत बढ़ गया है । जहां आज भारतीय टीम की गिनती इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के साथ दुनिया की टॉप-3 टेस्ट टीमों में होती है। वहीं, वेस्टइंडीज के खेल का स्तर अब आयरलैंड और अफगानिस्तान जैसी टीमों से भी नीचे होता जा रहा है।

जीत का पंच लगाना चाहेगी टीम इंडिया

साल 2006 से यानी बीते 17 सालों में भारतीय टीम का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज की धरती पर बहुत अच्छा रहा है। इसके बाद भारतीय टीम ने यहां कोई भी सीरीज नहीं गंवाई है। पिछली चार टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम यहां टेस्ट सीरीज जीतती आई है। वेस्टइंडीज को आखिरी बार साल 2002 में खेली गई टेस्ट सीरीज में भारत के खिलाफ जीत हासिल हुई थी।

साल 2006 में टीम इंडिया ने 4 मैचों की सीरीज में मेजबान टीम को 1-0 से हराया था। उस समय टीम की अगुवाई राहुल द्रविड़ कर रहे थे। उसके बाद साल 2011 में एमएस धोनी की कप्तानी की टीम ने 1-0 से सीरीज अपने नाम की थी। फिर साल 2016 और 2019 में विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने वेस्ट इंडीज को 2-0 से हराया था। ऐसे में खेल विशेषज्ञ और टीम इंडिया के फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि भारतीय टीम अपना यह प्रदर्शन रोहित शर्मा के नेतृत्व में भी दोहराएगी और वेस्टइंडीज की जमीं पर लगातार पांचवी टेस्ट सीरीज अपने नाम करेगी।

बता दें कि वर्तमान में वेस्टइंडीज टीम की जो हालत वो हमेशा ऐसी नहीं थी। एक समय था जब वेस्टइंडीज का भारतीय टीम पर दबदबा रहता था। 1975 से लेकर साल 2002 तक(इस समय को वेस्टइंडीज टीम का गोल्डन एरा कहा जाता है ) वेस्टइंडीज टीम ने अपनी धरती पर टीम इंडिया को लगातार पांच सीरीज में पटखनी दी थी। लेकिन तब और अब में काफी अंतर आ चुका है। पहले जहां कैरेबियाई टीम में सर विवि रिचर्ड्स, क्लाइव लॉयड, गॉर्डन ग्रीनिज, डेसमंड हैंस जैसे दिग्गज बल्लेबाज और माइकल होल्डिंग, एंडी रॉबर्ट्स, जोएल गार्नर और मैलकम मार्शल जैसे खतरनाक गेंदबाज थे। इनके रिटायर हो जाने के बाद 90 के दशक में ब्रायन लारा, कोर्टनी वॉल्श, कर्टली एंब्रोज और इयान बिशप जैसे खिलाड़ी टीम का हिस्सा बने। लेकिन आज की टीम में न पहले जैसे बल्लेबाज हैं और न ही पहले जैसे बॉलर। टीम के वर्तमान फॉर्म का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि टीम भारत में इस साल होने वाले वनडे वर्ल्डकप में क्वालिफाई भी नहीं कर पाई है। एक जमाने में क्रिकेट की दुनिया में राज करने वाली वेस्टइंडीज के आज जिम्बाब्वे, बांग्लादेश, आयरलैंड, स्कॉटलैंड और अफगानिस्तान जैसी टीमों का सामना करने में पसीने छूट जाते हैं।

पहले टेस्ट के लिए दोनों टीमें -

भारतीय टीम - रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, ऋतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, यशस्वी जयसवाल, अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), आर. अश्विन, रवींद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, जयदेव उनादकट, नवदीप सैनी

वेस्टइंडीज टीम - क्रेग ब्रैथवेट (कप्तान), जर्मेन ब्लैकवुड (उप-कप्तान), एलिक अथानाजे, टेगेनरीन चंद्रपॉल, रहकीम कॉर्नवॉल, जोशुआ दा सिल्वा, शैनन गेब्रियल, जेसन होल्डर, अल्जारी जोसेफ, किर्क मैकेंजी, रेमन रीफर, केमार रोच, जोमेल वॉरिकन

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