विनेश फोगाट को अस्थायी रूप से निलंबित किया गया, टोक्यो ओलंपिक में अनुशासनहीनता के लिए मांगा जवाब
WFI की कार्रवाई विनेश फोगाट को अस्थायी रूप से निलंबित किया गया, टोक्यो ओलंपिक में अनुशासनहीनता के लिए मांगा जवाब
- कुश्ती संघ ने फोगाट को अस्थायी रूप से किया निलंबित
- टोक्यो से लौटीं पहलवान विनेश फोगाट पर कार्रवाई
- सोनम मलिक को भी दिया नोटिस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) ने टोक्यो ओलंपिक अभियान से लौटने के बाद मंगलवार को विनेश फोगाट को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया। महासंघ को अब पहलवान के जवाब का इंतजार है और उसके बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। महासंघ ने इस कार्रवाई के लिए गेम्स में विनेश की अनुशासनहीनता का हवाला दिया।
विनेश फोगाट हंगरी से टोक्यो गई थी जहां वह कोच वोलर अकोस के साथ ट्रेनिंग ले रही थी। पहुंचने पर, उन्होंने खेल गांव में अपनी साथी खिलाड़ियों (सोनम, अंशु मलिक और सीमा बिस्ला) के बगल वाले कमरे में रहने से इन्कार कर दिया था और काफी हंगामा किया था। अन्य भारतीय टीम के सदस्यों के साथ प्रशिक्षण से भी इनकार कर दिया था।
इतना ही नहीं उन्होंने क्वार्टरफाइनल मुकाबले में भी नियमों का उल्लंघन किया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विनेश फोगाट ने क्वार्टरफाइनल मुकाबले के दौरान भारतीय दल के आधिकारिक स्पांसर "शिवनरेश" का नाम लगाने की बजाय "नाईकी" का नाम लगाया।
डब्ल्यूएफआई के एक सूत्र ने बताया, "यह घोर अनुशासनहीनता है। विनेश पोगाट को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है और सभी कुश्ती गतिविधियों से रोक दिया गया है। वह किसी भी राष्ट्रीय या अन्य घरेलू स्पर्धाओं में तब तक भाग नहीं ले सकती, जब तक कि वह जवाब दाखिल नहीं कर देती और डब्ल्यूएफआई अंतिम निर्णय नहीं ले लेती।" सूत्रों ने कहा कि "इस मामले को लेकर आईओए ने डब्ल्यूएफआई की खिंचाई की है। आईओए इस संबंध में डब्ल्यूएफआई को नोटिस जारी कर रहा है।"
टोक्यो में मौजूद अधिकारियों ने कहा कि विनेश ने उस समय हंगामा किया था, जब उन्हें उनकी भारतीय टीम के साथियों - सोनम, अंशु मलिक और सीमा बिस्ला के पास एक कमरा आवंटित किया गया था। विनेश का तर्क था कि क्योंकि ये पहलवान भारत से टोक्यो पहुंचे हैं इसलिए वह कोरोनावायरस की चपेट में आ सकती है। विनेश इस बार के ओलंपिक में भारत की शीर्ष दावेदार थीं लेकिन उन्हें क्वार्टर फाइनल में बेलारूस की वनेसा के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
19 साल की सोनम को भी मिसकंडक्ट के आरोप में नोटिस दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सोनम ने भारतीय खेल प्राधिकरण के अधिकारियों को टोक्यो ओलंपिक के लिए रवाना होने से पहले डब्ल्यूएफआई कार्यालय से अपना पासपोर्ट लेने का आदेश दिया था। सोनम को उसके "अस्वीकार्य व्यवहार" के लिए दंडित किया गया है।