Golden Boy Neeraj: गोल्ड जीतने के बाद नीरज चोपड़ा ने कहा- ओलंपिक था लेकिन दबाव नहीं था कि मैं बड़े थ्रोअर्स के बीच खेल रहा हूं
Golden Boy Neeraj: गोल्ड जीतने के बाद नीरज चोपड़ा ने कहा- ओलंपिक था लेकिन दबाव नहीं था कि मैं बड़े थ्रोअर्स के बीच खेल रहा हूं
- जेवलिन थ्रो में नीरज ने 87.58 मीटर दूर भाला फेंका
- नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलपिंक में जीता गोल्ड
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। साल 1900 से 2021 यानी पूरे 121 साल बाद ट्रैक एंड फील्ड इवेंट्स यानी एथलेटिक्स ओलंपिक गेम्स में पहली बार किसी भारतीय खिलाड़ी ने अपना नाम गोल्ड मेडल किया है। भारत के नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में 87.58 मीटर दूर भाला फेंका कर इतिहास रच दिया। ओलंपिक गेम्स में भारत का अब तक का 10वां गोल्ड मेडल है। भारत ने इससे पहले हॉकी में 8 और शूटिंग में 1 गोल्ड मेडल जीता है। इस तरह भारत का यह अभिनव बिंद्रा के बाद सिर्फ दूसरा इंडिविजुअल गोल्ड मेडल भी है।
इस ऐतिहासिक जीत के बाद नीरज चोपड़ा ने सभी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा, इस साल सबसे जरूरी अंतर्राष्ट्रीय कंपटीशन खेलना था। सभी ने सहयोग दिया। बीच में मुझे जो 2-3 अंतर्राष्ट्रीय कंपटीशन मिले वे मेरे लिए जरूरी थे। इसी वजह से मैं कंपटीशन खेला। ओलंपिक था लेकिन दबाव नहीं था कि मैं बड़े थ्रोअर्स के बीच खेल रहा हूं। नीरज चोपड़ा ने कहा, लग रहा था कि इनके साथ मैं पहले खेला हूं। मैं अपनी परफॉर्मेंस पर काफी फोकस कर पा रहा था। चोट लगने के बाद काफी उतार चढ़ाव आए। आप सभी ने मदद की। मेरी मेहनत तो है ही साथ-साथ आप सभी की भी मेहनत है। सभी सुविधाओं के लिए धन्यवाद।
इंडियन आर्मी में काम करने वाले नीरज अपने करियर में टोक्यो ओलिंपिक से पहले 5 मेगा स्पोर्ट्स इवेंट में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। उन्होंने एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन चैंपियनशिप, साउथ एशियन गेम्स और वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। गौरतलब है कि ओलिंपिक गेम्स में भारत को 13 साल बाद किसी इवेंट में गोल्ड मेडल मिला है। इससे पहले, 2008 के बीजिंग ओलिंपिक में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने गोल्ड जीता था। बिंद्रा ने 10 मीटर एयर राइफल इवेंट का गोल्ड अपने नाम किया था।