Olympic history: पेरिस ओलंपिक में बिना मंजूरी मैदान में उतरीं महिला एथेलिट, फिर मार लिया मैदान

Olympic history: पेरिस ओलंपिक में बिना मंजूरी मैदान में उतरीं महिला एथेलिट, फिर मार लिया मैदान

Bhaskar Hindi
Update: 2021-07-03 10:38 GMT
Olympic history: पेरिस ओलंपिक में बिना मंजूरी मैदान में उतरीं महिला एथेलिट, फिर मार लिया मैदान
हाईलाइट
  • भारत ने पहली बार लिया ओलंपिक्स में हिस्सा
  • भारतीय खिलाड़ी पर भिडे़ ब्रिटेन और भारत
  • महिलाओं की बगावत ने बदला इतिहास

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ओलंपिक का दूसरा आयोजन फ्रांस की राजधानी पेरिस में 14 मई से 28 अक्टूबर, 1900 के बीच हुआ। ओलंपिक के इस दूसरे आयोजन में 28 देश शामिल हुए थे। पेरिस ओलंपिक में 20 खेलों के अलग-अलग 90 इवेंट्स हुए जिसमें 1,224 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। ओलंपिक के इतिहास में इस आयोजन को सबसे खराब माना गया है। पेरिस ओलंपिक अंतरराष्ट्रिय ओलंपिक संघ(IOC) की स्थापना करने वाले पियरे डे कोबेर्टिन को फ्रांस सरकार ने दरकिनार कर खेलों की सारी जिम्मेदारी अपने हाथों में ले ली थी। इसके बाद खेलों को खराब आयोजन और मार्केटिंग का सामना करना पड़ा और उन जगहों पर पांच महीने की अवधि में आयोजन किए गए जो अपर्याप्त थे। 

ट्रैक-और-फील्ड के इवेंट्स को असमतल और गीले घास के मैदानों पर करा दिया। टूटे हुए टेलीफोन के खंभो से हर्डल इवेट्स करा दिए तो वहीं  हैमर थ्रोंअर्स ने अपनी मेहनत को पेड़ों पर टंगा पाया। स्वीमिंग प्रतियोगिता को सीन नदी में करा दिया, जिसकी तेज धारा एथलीटों को काफी तेजी से  बहा कर ले गई। शेड्यूल को लेकर इतना कनफ्यूजन था कि कुछ ही दर्शक और पत्रकार उपस्थित रहे थे। अधिकारी और एथलीट तक अक्सर इस बात से अनजान थे कि वे ओलंपिक में भाग ले रहे हैं। उद्घाटन समारोह और समापन समारोह का आयोजन भी नहीं हुआ था।

इसके बावजूद भी  28 देशों के 1,224 खिलाड़ियो ने हिस्सा लिया था, पेरिस ओलंपिक में कुछ नए खेलों को शामिल किया गया था जिसमें शामिल थे- गोल्फ, रग्बी, क्रिकेट, क्रॉकेट, तीरंदाजी, फ़ुटबॉल, रोइंग और घुड़सवारी। इसके बाद गोल्फ, रग्बी, क्रिकेट और क्रॉकेट को बंद कर दिया था।

महिलाओं का ओलंपिक पर्दापण

पेरिस ओलंपिक 1900 में ही महिलाओं ने पहली बार भाग लिया था। प्रतिस्पर्धा करने वाले पहले क्रोकेट में मिस ब्रोही और फ्रांस की मिस ओहनियर थीं। महिलाओं ने सेलिंग, टेनिस और गोल्फ जैसे खेलों में हिस्सा लिया था। हालाकिं महिलाओं की भागीदारी को आधिकारिक तौर पर IOC द्वारा मंजूरी नहीं मिली थी। 


अभी तक भी यह साफ नहीं हो पाया है कि मेडल जीतने वाली पहली महिला कौन थी। स्विस यॉट्सवुमन हेलेन डे पोर्टालेसी, ग्रेट ब्रिटेन की टेनिस खिलाडी शार्लोट कूपर और अमेरिकी गोल्फर मार्गरेट एबट, सभी उस सम्मान का दावा कर सकते हैं।

ओलंपिक में भारत का डेब्यू

1900 के पेरिस ओलंपिक से ही भारत के ओलंपिक सफर का शुरूआत हुई थी। भारत के एक एथलीट ने ओलंपिक में भाग लिया था, उनका नाम था नॉर्मन प्रिचर्ड(Norman Pritchard)। यह काफी चर्चा का विषय रहा है कि प्रिचर्ड ब्रिटेन के लिए खेले थे या फिर भारत के लिए। ब्रिटेन कई बार यह दावा कर चुका है कि प्रिचर्ड ने भारत का नहीं बल्कि ब्रिटेन का प्रतिनिधित्व किया था लेकिन आईओसी के रिकॉर्ड के मुताबिक प्रिचर्ड ने पेरिस ओलंपिक में भारत का ही प्रतिनिधित्व किया था।

नॉर्मन प्रिचर्ड ने दो मेडल जीतकर इतिहास रचा था, मेडल जीतने के बाद वह भारत ही नहीं बल्कि एशिया के ऐसा करने वाले पहले एथलीट थे। 

पेरिस ओलंपिक - खेलों का आयोजन

पेरिस खेलों की समस्याओं के बावजूद, एथलेटिक प्रदर्शन की गुणवत्ता में सुधार हुआ। जम्पर रे एवरी और धावक एल्विन क्रेंजलीन के नेतृत्व में अमेरिका के एथलीटों ने एक बार फिर से ट्रैक-एंड-फील्ड प्रतियोगिता में अपना दबदबा बनाया। अमेरिकी एथलीटों ने 23 ट्रैक-एंड-फील्ड स्पर्धाओं में से 17 जीते, जबकि फ्रांसीसी एथलीटों ने 100 से अधिक पदक अपने नाम किए, जो 1900 खेलों में किसी भी देश के लिए सबसे अधिक थे।
खेलों के स्टार अमेरिकी एल्विन क्रेंजलीन थे, जिन्होंने 60 मीटर, 110 मीटर बाधा दौड़, 200 मीटर बाधा दौड़ और लंबी कूद जीती।

पेरिस ओलंपिक से जुड़ी रोचक बातें

कई देश, एक टीम-टेनिस, फ़ुटबॉल, पोलो, रोइंग और रस्साकशी में विभिन्न देशों के खिलाड़ियों ने एक साथ एक ही टीम से भाग लिया था।

प्रिंस्टीन का फाइनल खेलने से इनकार- प्रारंभिक दौर के बाद, अमेरिका के एथलीट मायर प्रिंस्टीन लंबी कूद प्रतियोगिता में आगे थे। अपनी धार्मिक मान्यताओं के कारण, उन्होंने फाइनल में भाग लेने से इनकार कर दिया, क्योंकि यह रविवार के दिन पड़ रहा था लेकिन बाद में हुए फाइनल में, उनके हमवतन और प्रतिद्वंद्वी एल्विन क्रेंजलिन ने उन्हें एक सेंटीमीटर से हरा दिया। प्रिंस्टीन इस हार से इतने गुस्से हो गए थे कि उन्होंने क्रेंजलेन के चेहरे पर मुक्का जड़ दिया था।

एक दर्शक- पेरिस ओलंपिक में क्रोकेट को भी शामिल किया गया था लेकिन इसे देखने सिर्फ एक दर्शक पहुंचा था। 

विजयी फ्रांसीसी- मेजबान फ्रांस ने सबसे अधिक मेडल अपने नाम किये थे, इसका कारण सिर्फ यह नहीं थे कि वे अपने घरेलू मैदान पर खेल रहे थे या फिर तादाद में वे ज्यादा थे बल्कि ऐसे तमाम इवेंट्स थे जिनमें सिर्फ फ्रांस खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था।

शिक्षक वर्सेज छात्र- तलवारबाजी में शिक्षकों का मुकाबला अपने ही छात्रों के साथ हुआ और परिणाम शिक्षक के पक्ष में आया जिसने अपने छात्र के खिलाफ जीत हासिल की थी।

मेडल टेली

Countries Gold Silver Bronze Sum
France 26 37 32 95
United States 18 14 15 47
Great Britain 16 6 8 30
Belgium 6 5 5 16
Switzerland 6 1 1 8
Germany 3 2 2 7
Australia 2 0 4 6
Denmark 1 3 2 6
Hungary 1 3 2 6
The Netherlands 1 2 3 6
Austria 0 3 3 6
Norway 0 2 3 5
Ireland 0 2 2 4
Italy 2 1 0 3
Cuba 1 1 0 2
Canada 1 0 1 2
India 0 2 0 2
Bohemia 0 1 1 2
Great Britain / USA 1 1 1 2
GBR / IRL / USA 1 0 0 1
Luxembourg 1 0 0 1
Sweden / Denmark 1 0 0 1
United States / Ireland 1 0 0 1
FRA / GBR / IRL 0 1 0 1
France / United States 0 1 0 1
Mexico / Spain 0 0 1 1
France / Great Britain 0 0 1 1
Sweden 0 0 1 1
Bohemia / Great Britain 0 0 1 1
Total 88 88 89 265

 

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