कोरोना प्रभावित द्रष्टिहीनों, विकलांगों के लिए आगे आया क्रिकेट एसोसिएशन फॉर ब्लाइंड
कोरोना प्रभावित द्रष्टिहीनों, विकलांगों के लिए आगे आया क्रिकेट एसोसिएशन फॉर ब्लाइंड
- कोरोना प्रभावित ²ष्टिहीनों
- विकलांगों के लिए आगे आया क्रिकेट एसोसिएशन फॉर ब्लाइंड
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। क्रिकेट एसोसिएशन फॉर ब्लाइंड इन इंडिया (सीएबीआई) के अध्यक्ष जी. महंतेश और उनकी ²ष्टिहीन और शारीरिक रूप से अक्षम टीम ने कोरोनावायरस के खिलाफ एक ऐसी लड़ाई लड़ी है, जिससे हजारों विकलांग, अधिकारों से वंचित और देश भर में फ्रंटलाइन वारियर्स के बच्चों को मदद मिली है।
जी.के. महंतेश, जो समर्थनम ट्रस्ट फॉर द ब्लाइंड के संस्थापक-अध्यक्ष भी हैं, ने विभिन्न राहत उपायों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके तहत विकलांगों और दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों के लिए 2,50,000 से अधिक खाने की पैकेट प्रदान करना, 22,000 से ज्यादा पीपीई और स्वास्थ्य किट और विकलांगों के लिए 16,000 से अधिक ड्राई राशन किट प्रदान करना शामिल रहा है।
जी.के. महंतेश ने सोमवार को कहा, हमारे देश के शारीरिक रूप से विकलांग और विकलांग सदस्यों के लिए हमेशा से जीवन कठिन रहा है। लेकिन महामारी ने उन्हें और भी असहाय बना दिया है और वे सचमुच में दो वक्त की रोटी का इंतजाम करने में भी असमर्थ हैं।
उन्होंने कहा, इसके लिए हमने विभिन्न कॉरपोरेट्स के साथ समझौता किया है, ताकि न केवल उन्हें अपने दरवाजे पर हमारी सेवाएं मिल सके, बल्कि पहले से ही 25 लाख रुपये सीधे नकद हस्तांतरण भी कर सकें।
महंतेश ने कहा कि समर्थनम के सदस्य, जिनमें से कई अलग-अलग रूप से शारीरिक अक्षमताओं से पीड़ित हैं, अपने और कमजोर भाइयों और बहनों की सहायता के लिए खुद के जीवन की परवाह किए बिना रेड जोन्स और कन्टेनमेंट जोन में जा रहे हैं।
समर्थनम ने साथ ही गरीबों, बुजुर्गों, डॉक्टरों, स्वास्थ्य सेवा श्रमिकों और फ्रंटलाइन वॉरियर्स को बुनियादी और आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं देने के लिए सरकारी अस्पतालों और अन्य संगठनों के साथ भी हाथ मिलाया है।
इन सब के अलावा, उन्होंने ड्राई राशन किट, पीपीई, हेल्थकेयर किट, खाने की पैकेट, आईसीयू बेड, साबुन डिस्पेंसर, प्लाई मास्क और यहां तक कि टैब्स और अन्य वर्चुअल शिक्षा उपकरण भी प्रदान किए हैं।