54% किसान, सरकार के कृषि कानूनों के समर्थन में हैं, जबकि 46% उनका विरोध कर रहे हैं, ऐसा Krishify के सर्वेक्षण में पाया गया है
54% किसान, सरकार के कृषि कानूनों के समर्थन में हैं, जबकि 46% उनका विरोध कर रहे हैं, ऐसा Krishify के सर्वेक्षण में पाया गया है
- 54% किसान
- सरकार के कृषि कानूनों के समर्थन में हैं
- जबकि 46% उनका विरोध कर रहे हैं
- ऐसा Krishify के सर्वेक्षण में पाया गया है
- कृषि कानूनों को मिले समर्थन में राज्यों के अनुसार भिन्नता है, जो महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा और पंजाब में सबसे कम है
- इस सर्वेक्षण को 12 मार्च से 17 मार्च के दौरान Krishify ऐप पर आयोजित किया गया, जिसके प्रमुख रूप से उत्तरी, मध्य और पश्चिमी भारत में 3 मिलियन डाउनलोड हैं।
गुरूग्राम, भारत, 5 अप्रैल 2021 /PRNewswire/ -- भारतीय किसानों द्वारा एक सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाले ऐप Krishify पर आयोजित एक सप्ताह तक चले सर्वेक्षण में यह पाया गया कि सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों को लेकर लोगों के मतों में काफी अंतर है। 12 मार्च से 17 मार्च तक आयोजित इस सर्वेक्षण में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात और पश्चिम बंगाल सहित 12 राज्यों के लगभग 80,000 किसानों की राय एकत्र की गई।
Krishify ऐप देश भर में 3 मिलियन से अधिक किसानों को सूचनाएं, नई जानकारियां, खबरें, और नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करता है। इस सर्वेक्षण में ऐप के उपयोक्ताओं से बस एक प्रश्न पूछा गया - क्या वे Modi सरकार के तीनों कृषि कानूनों का समर्थन करते हैं या नहीं, और उनको बस हाँ या नहीं वाले बटन पर क्लिक करते हुए अपने उत्तर देने थे। उत्तरदाताओं से मिले जवाब इस प्रकार हैं:
इस अवसर पर Rajesh Ranjan - संस्थापक और CEO, Krishify, ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि- "तीनों कानूनों के विरोध में चलते प्रदर्शन के 100 दिन का समय पार कर जाने के साथ Krishify सर्वेक्षण के परिणाम, इन विरोध प्रदर्शनों की सफलता या विफलता के पैमाने के तौर पर देखे जा सकते हैं। सर्वेक्षण में कवर किए गए 12 राज्यों में से पंजाब और हरियाणा को छोड़कर, 10 राज्यों के ज्यादातर किसानों ने कानूनों का समर्थन किया। हालांकि यह समर्थन केवल महाराष्ट्र, बिहार, गुजरात और राजस्थान में ही "जबरदस्त" माना जा सकता है। हालांकि चूंकि यह सर्वेक्षण केवल स्मार्टफोन ऐप के माध्यम से कराया गया था, इसलिए इसके परिणाम उन किसानों की राय जाहिर नहीं करते जो या तो डिजिटल रूप से कनेक्ट नहीं हैं या स्मार्टफोन का उपयोग नहीं करते हैं।"
जिन राज्यों में किसानों के लिए हिन्दी, प्रमुख भाषा नहीं है, वहां उपयोक्ताओं की अपेक्षाकृत कम संख्या की वजह से हम देश के केवल 12 प्रमुख राज्यों के किसानों की ही राय प्रस्तुत कर सके। अगले कुछ दिनों में, हम अपने उपयोक्ताओं को इन कानूनों के सभी पहलुओं से परिचित कराने का प्रयास करेंगे, ताकि वे इन कानूनों के बारे में अधिक जागरूकता से अपनी राय बना सकें।
हमारे बारे में:
Krishify कृषि परिवेश में किसानों और अन्य हितधारकों का एक पेशेवर नेटवर्क है। यह ऐप, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार और महाराष्ट्र के किसानों के बीच सर्वाधिक लोकप्रिय है। किसान परस्पर संपर्क करने और खेती और पशुपालन से संबंधित जानकारी साझा करने या मुद्दों पर चर्चा करने के लिए इस ऐप का उपयोग करते हैं।
फोटो : https://mma.prnewswire.com/media/1479529/Krishify_Survey_Result_Farm_Bills.jpg