विधानसभा चुनाव: तेलंगाना विधानसभा चुनाव की वोटिंग खत्म होते ही प्रसारित होने लगेंगे एग्जिट पोल , जानिए ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल में क्या होता है अंतर?
- 30 नवंबर को तेलंगाना में वोटिंग
- 3 दिसंबर को आएंगे नतीजे
- आज शाम को आने लगेंगे एग्जिट पोल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नवंबर का पूरा माह पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में व्यस्त रहा। 7 नवंबर से लेकर 25 नवंबर तक मिजोरम, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में विधानसभा चुनाव हुए। वहीं आज 30 नवंबर को तेलंगाना में वोटिंग जारी है। जबकि नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। तेलंगाना की वोटिंग खत्म होते ही न्यूज चैनलों पर तमाम एजेंसियों की ओर से किए सर्वे और एग्जिट पोल आना शुरू हो जाएंगे। आपको बता दें अभी तक चुनाव आयोग ने 30 नवंबर तक एग्जिट पोल पर रोक लगा दी थी। शाम को आने वाले पोल पर पांच राज्यों के मतदाताओं की नजर है। एग्जिट पोल से पहले कुछ चैनलों ने ओपिनियन पोल बताए थे। आज हम आपको बताते है कि एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल क्या होते है और दोनों में क्या अंतर होता है।
एग्जिट पोल ?
एग्जिट पोल एक तरह का चुनावी सर्वे होता है। वोटिंग वाले दिन जब वोटर्स वोट देकर पोलिंग बूथ से बाहर निकलता है तो वहां अलग-अलग सर्वे एजेंसी और न्यूज चैनल से जुडे़ कर्मचारी वोटर्स से वोटिंग को लेकर सवाल पूछते हैं। इसमें उनसे पूछा जाता है कि उन्होंने किसको वोट दिया है? इस तरह से हर विधानसभा के अलग-अलग पोलिंग बूथ से मतदाता से सवाल पूछा जाता है। इन्हीं सवालों के एकत्रित आंकड़ों से और उत्तर के हिसाब से अंदाजा लगाया जाता है कि जनता का मूड किस ओर है? मैथमेटिकल मॉडल के आधार पर ये निकाला जाता है कि कौन सी पार्टी को कितनी सीटें मिल सकती हैं? इसका प्रसारण वोटिंग खत्म होने के बाद ही किया जाता है। जानकारों की मानें तो इसके बारे में पहले से कुछ नहीं पता । ये अचानक और वोटिंग वाले दिन ही पता चलता है। इसमें हर विधानसभा क्षेत्र से मतदाताओं को शामिल किया जाता है।
एग्जिट पोल की शुरुआत नीदरलैंड के समाजशास्त्री और पूर्व राजनेता मार्सेल वॉन डैम ने पहली बार 15 फरवरी 1967 को की थी। उस समय नीदरलैंड में हुए चुनाव में उनका आकलन बिल्कुल सटीक रहा था। भारत में एग्जिट पोल की शुरुआत इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ पब्लिक ओपिनियन (आईआईपीयू) के प्रमुख एरिक डी कोस्टा ने की थी। 1996 में एग्जिट पोल सबसे अधिक चर्चा आए। उस समय दूरदर्शन ने सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसायटीज (सीएसडीएस) को देशभर में एग्जिट पोल कराने के लिए अनुमति दी थी। 1998 में पहली बार टीवी पर एग्जिट पोल का प्रसारण किया गया।
ओपिनियन पोल
ओपिनियन पोल चुनाव से पहले कराए जाते हैं। ओपिनियन पोल में सभी लोगों को शामिल किया जाता है। इसमें मतदाता और गैरमतदाता दोनों को ही शामिल की जाती है। ओपिनियन पोल से जनता की नब्ज को टटोलने का प्रयास किया जाता है। इसमें जनता के मूड़ के बारे में पता चलता है। दुनिया में ओपिनियन पोल की शुरुआत सबसे पहले जॉर्ज गैलप और क्लॉड रोबिंसन ने अमेरिका में की। बाद में ब्रिटेन ने 1937 और फ्रांस ने 1938 में अपने यहां बड़े पैमाने पर पोल सर्वे कराए। इसके बाद जर्मनी, डेनमार्क, बेल्जियम तथा आयरलैंड में चुनाव पूर्व सर्वे कराए गए।
ये एजेंसी और चैनल कराते हैं सर्वे
रिपब्लिक-जन की बात
सीएसडीएस
न्यूज18-आईपीएसओएस
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया
टाइम्स नाउ-सीएनएक्स
सीएसडीएस
टुडे चाणक्य
एबीपी-सी वोटर
न्यूजएक्स-नेता