क्या NCP को फिर से खड़ा कर पाएंगे शरद पवार? सर्वे में आए चौंकाने वाले नतीजे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में जोड़-तोड़ की राजनीति जारी है। एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने 2 जुलाई को पार्टी के कई नेताओं के साथ बगावत करके शिंदे-फडणवीस गुट को अपना समर्थन दे दिया। उन्होंने एनसीपी के नाम और पार्टी चुनाव चिन्ह पर भी अपना दावा ठोक दिया है। अजित का कहना है कि पार्टी के अधिकतर नेता उनके पक्ष में है, इसलिए पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह उन्हें ही मिलना चाहिए। इन सभी के बीच शरद पवार ने उनके साथ गए बागी नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। साथ ही, वे अभी भी पार्टी के अध्यक्ष के रूप में बने हुए हैं।
एनसीपी में नेताओं की अलग-अलग गुट बनने के बाद पार्टी नेता शरद पवार राज्य के दौरे पर निकले हैं। साथ ही, वे दावा कर रहे हैं कि वह पार्टी को फिर से पहले जैसा बना देंगे। उनके इसी दावे पर अब एबीपी न्यूज के लिए सी-वोटर ने सर्वे किया है। एबीपी न्यूज के सी-वोटर ने सूबे की जनता की राय के जानने के लिए एक त्वरित सर्वे किया है। चैनल द्वारा यह सर्वे गुरुवार और शुक्रवार को कराया गया। जिसमें 1790 लोगों ने हिस्सा लिया।
सर्वे में पूछे गए सवाल
इस सर्वे में लोगों से जानने की कोशिश की गई कि शरद पवार महाराष्ट्र में घूमकर पार्टी को फिर से खड़ा करने की बात कर रहे हैं। ऐसे में आपकों क्या लगता है कि 83 की उम्र वे एनसीपी फिर से पहले की स्थिति में ला पाएंगे। इस सवाल पर सर्वे में शामिल 57 फीसदी लोगों ने 'हां' में जवाब दिया। वहीं, 37 फीसदी लोगों का मानना था कि वे ऐसा 'नहीं' कर पाएंगे। इसके अलावा 6 फीसदी लोगों ने माना कि वे इसके बारे में कुछ कह नहीं कह सकते हैं।
क्या एनसीपी को फिर से खड़ा कर पाएंगे शरद पवार?
- हां - 57%
- नहीं - 37%
- पता नहीं - 6%
वार-पलटवार का दौर जारी
सर्वे में शामिल ज्यादा लोगों का मानना है कि शरद पवार एक बार फिर पार्टी को वहीं स्थिति में ला देंगे जो पहले हुआ करती थी। हाल में अजित पवार ने कहा था कि साहेब (शरद पवार) की उम्र हो चुकी है, उन्हें अब राजनीति रिटायरमेंट ले लेना चाहिए और हमें आर्शीवाद देना चाहिए। अजित पवार के इस बयान पर शरद पवार ने पलटवार करते हुए कहा कि वह पार्टी को फिर खड़ा करके दिखाएंगे। इसके लिए उन्होंने पूरे महाराष्ट्र में दौरा करने की बात कही। शरद पवार ने मीडिया को कहा कि वह न तो टायर्ड (थके हुए) हैं और न ही रिटायर्ड हैं।