छत्तीसगढ़ में चाचा-भतीजे की लड़ाई में कौन मारेगा बाजी? सीएम भूपेश बघेल के सामने बीजेपी की ओर से विजय बघेल चुनावी मैदान में!
CG में बीजेपी की ओर सीएम के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे विजय बघेल!
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव के तारीखों का ऐलान होने से पहले बीजेपी ने गुरुवार को अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दिया है। बुधवार को राजधानी दिल्ली में बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई और आज पार्टी की ओर से मध्य प्रदेश के 39 और छत्तीसगढ़ 21 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी गई।
इस बीच बीजेपी ओर से पहली लिस्ट जारी करने के बाद छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की पाटन विधानसभा सीट अचानक सुर्खियों में आ गई है। इस सीट से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल चुनाव लड़ते हैं। इस बार बीजेपी ने पाटन सीट से सीएम बघेल के भतीजे विजय बघेल को अपने उम्मीदवार के तौर चुनावी मैदान में उतारा है। इन दोनों नेताओं के बीच चाचा-भतीजा का रिश्ता है। विजय वर्तमान में दूर्ग लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी की ओर से सांसद हैं।
90 विधानसभा सीटों वाले छत्तीसगढ़ में पाटन विधानसभा क्षेत्र राज्य में राजनीति का केंद्र बिंदु रहा है। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने मोती लाल साहू को भूपेश बघेल के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा था। लेकिन जीत भूपेश बघेल की हुई। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच वोटों का अंतर 27000 से ज्यादा का रहा था।
चौथी बार होगा चाचा- भतीजा का आमना-सामना!
गौरतलब है कि यदि इस बार भूपेश बघेल पाटन विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते हैं तो उन्हें चौथी बार भतीजे विजय बघेल खिलाफ चुनाव लड़ना होगा। पहली बार 2003 के विधानसभा चुनाव में विजय बघेल को अपने कका (भूपेश बघेल) के खिलाफ पाटन सीट से आमना-सामना करना पड़ा था। उस समय विजय एनसीपी की टिकट पर चुनावी मैदान में थे। तब उन्हें अपने चाचा से हार का सामना करना पड़ा था। 2008 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर चाचा-भतीजा आमने-सामने थे। इस बार बाजी भतीजे विजय ने मारी और उन्होंने 7500 वोटों से भूपेश बघेल को हराकर अपने राजनीतिक करियर का लोहा मनवाया था। इसके बाद 2013 के विधानसभा चुनाव में भूपेश बघेल ने पाटन विधानसभा सीट से ही भतीजे को चुनावी मैदान में पटखनी दी।
राज्य में बीजेपी की मौजूदा स्थिति
छत्तीसगढ़ में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बीजेपी यहां पर सत्ता में वापसी करने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में यहां पर बीजेपी को एक तरफा हार का सामना करना पड़ा था। उस वक्त राज्य की कुल 90 सीटों में से बीजेपी के खाते में केवल 15 सीटें ही मिली थीं। वहीं, कांग्रेस राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। इस दौरान कांग्रेस के हाथों में 68 विधानसभा सीटें आई थीं। अब बीजेपी एक बार फिर राज्य में सत्ता वापसी की कयास लगा रही है।