नए CM: कौन हैं भजनलाल शर्मा? जिन्हें बीजेपी ने बनाया राज्यस्थान का मुख्यमंत्री
- भजनलाल शर्मा होंगे राजस्थान के अगले मुख्यमंत्री
- बीजेपी ने सौंपी बड़ी जिम्मेदारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की तरह राजस्थान में भी बीजेपी ने नया मुख्यमंत्री चुनकर सभी को चौंका दिया है। पार्टी हाईकमान ने भजन लाल शर्मा को राजस्थान के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर चुना है। अब भजनलाल शर्मा के हाथों में राज्य की जिम्मेदारी है। यहां पर भी पार्टी ने दो डिप्टी सीएम को मौका दिया है। दीया कुमारी और प्रेम चंद्र बैरवा प्रदेश के अगले डिप्टी सीएम होंगे। हालांकि, इन सभी के बीच एक नाम की चर्चा सबसे ज्यादा है। वह नाम भजनलाल शर्मा का है। ऐसे में आइए जानते हैं कि भजनलाल शर्मा कौन है और उनका राजनीतिक करियर क्या रहा है?
कौन हैं भजनलाल शर्मा?
बीजेपी नेता भजनलाल शर्मा सांगानेर सीट से विधायक हैं। वे भरतपुर के रहने वाले हैं। साथ ही, वे लंबे समय से आरएसएस के लिए काम करते आ रहे थे। इस बार के चुनाव में बीजेपी ने उन्हें सीटिंग विधायक की जगह पर जयपुर के सांगानेर सीट से टिकट दिया। यह बीजेपी की सेफ सीट मानी जाती है। ऐसे में भजनलाल शर्मा यहां से न केवल चुनाव जीते बल्कि पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री भी चुने गए हैं। पहली बार विधायक चुने गए भजनलाल शर्मा 4 बार प्रदेश के महामंत्री रह चुके हैं। वे RSS और ABVP के भी सक्रिय सदस्य रहे हैं।
56 वर्षीय भजनलाल शर्मा का मुख्यमंत्री बनने का प्रस्ताव मंगलवार को विधायक दल की बैठक में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रखा। केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह, सह-पर्यवेक्षक विनोद तावड़े और सरोज पांडेय की मौजूदगी में भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री के रूप में चुन लिया गया। आज दोपहर में बीजेपी नेता वसुंधरा राजे से केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने वन-टू-वन बैठक की।
8 हजार रुपये की सैलरी से CM पद का सफर
भजनलाल ब्राह्मण नेता माने जाते हैं। हालांकि, राजस्थान में ब्राह्मण जाति महज 7 फीसदी है, लेकिन इसका असर हरियाणा, यूपी जैसे राज्यों में देखा जा सकता है। बीजेपी ने राज्य में ब्राह्मण समाज को टारगेट करने के लिए भजनलाल को मौका दिया है। इसके अलावा वे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। भजनलाल नड्डा के भी करीबी नेता माने जाते हैं।
भजनलाल अपने जीवन के शुरुआती दिनों में भरतपुर के ही एक ठेकेदार (हाईवे के ठेके) आरपी शर्मा के यहां मुनीम के तौर पर काम करते थे। जहां उन्हें मात्र 8000 रुपये की सैलरी मिलती थी।
राजस्थान में थम गया सीएम रेस
भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री चुने जाने के साथ ही राजस्थान में सीएम रेस की दावेदारी थम गई। वसुंधरा राजे सिंधिया का नाम सीएम रेस में सबसे ऊपर चल रहा था। वहीं, गजेंद्र शेखावत, सीपी जोशी, दीया कुमारी और राजवर्धन राठौड़ जैसे नाम भी सीएम रेस में बने हुए थे।
इससे पहले एमपी और छत्तसीगढ़ में बीजेपी आलाकमान ने सीएम चेहरा को बदलकर सभी चौंका दिया था। ठीक उसी तरह उम्मीद की जा रही थी है कि राजस्थान में भी कुछ ऐसा ही होगा। बीजेपी ने राजस्थान में भी वसुंधरा राजे की जगह भजनलाल शर्मा पर भरोसा जताया।
राजस्थान में इस बार कुल 199 सीटों पर वोटिंग हुई। बीजेपी ने यहां 115 सीटों पर जीत हासिल कर राज्य की सत्ता में वापसी कर लिया। वहीं, 69 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली।