मणिपुर में फिर भड़की हिंसा की आग
- मणिपुर में आरक्षण पर बवाल
- फिर भड़की हिंसा की आग
- 1 पुलिसकर्मी समेत 5 लोगों की मौत,12 घायल
डिजिटल डेस्क, मणिपुर। मणिपुर में आरक्षण मामले को लेकर फिर हिंसा की आग भड़क उठी है। पश्चिम इंफाल के उरिपोक इलाके में उपद्रवियों ने वाहनों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा कि हमने उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। अब तक हमें खबर मिली है कि करीब 40 आतंकियों को मार गिराया गया है। मणिपुर में मचे बवाल में एक पुलिसकर्मी समेत पांच लोगों की मौत हुई है। जबकि12 लोग घायल बताए जा रहे हैं। सीएम के बयान के अगले ही दिन राज्य में फिर हिंसा हो गई।
काकचिंग जिले के सेरोउ, सुगनु में उग्रवादी संगठन के लोगों ने मैतई समुदाय के करीब 80 घरों में आग लगा दी। जिसके बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। कई इलाकों में पुलिस और उग्रवादी संगठन के लोगों में मुठभेड़ देखने को मिली।
मणिपुर सरकार का कहना है कि नागरिक आबादी के खिलाफ परिष्कृत हथियारों का इस्तेमाल करने वाले इन आतंकवादी समूहों के खिलाफ जवाबी और रक्षात्मक अभियानों में, इनमें से लगभग 30 आतंकवादी विभिन्न क्षेत्रों में मारे गए हैं। कुछ को सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार भी किया है।
रविवार सुबह सुगनु में ही एक भीड़ ने पांच गांवों में कुकी जनजाति के लोगों के घर जला दिए। पश्चिमी इंफाल में गुस्साई भीड़ ने बीजेपी के विधायक केएच रघुमनी सिंह के घर को आग के हवाले कर दिया। यहीं के उरीपोक में हिंसा के बाद पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। यहां भी दो लोग घायल हुए। वहीं चूराचांदपुर जिले के कांगवी, इंफाल पूर्व के सागोमांग, बिशेनपुर के नुंगोईपोकपी, पश्चिमी इंफाल के खुरखाल में हिंसा की घटनाएं हुईं।