विधायक या सांसद?: विदिशा संसदीय सीट से जीत कर बने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान जल्द छोड़ेंगे विधायकी
- मप्र. के सीएम बनने पर छोड़ी थी लोकसभा सदन की सदस्यता
- अब केंद्र में कैबिनेट मंत्री बनने पर छोड़नी पड़ रही है विधायकी
- विदिशा संसदीय सीट से हुए निर्वाचित
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान एक या दो दिन में बुदनी से विधायक पद छोड़ सकते हैं। देश के संविधान के मुताबिक सांसद और विधायक में से एक पद चुनना होता है। कोई भी व्यक्ति एक समय पर एक ही सदन का सदस्य रह सकता है। यानि शिवराज विधायकी या सांसद में से कोई एक पद पर बने रह सकते है।
लोकसभा चुनाव के परिणाम आए 13 दिन हो चुके हैं। इन 13 दिनों में पूर्व सीएम के इस्तीफे का कोई ऐलान नहीं हुआ है। कल 14 वां यानि आखिरी दिन होने के कारण यह संभावना जताई जा रही है कि शिवराज कल तक विधायकी से इस्तीफा दे सकते है। उनके विधायक पद छोड़ते ही बुदनी में उपचुनाव की घोषणा होगी।
विदिशा से जीते शिवराज सिंह चौहान
विदिशा और बुदनी से शिवराज का सियासी सफर बड़ा ही दिल्चस्प रहा है। यहां के लोगों ने पूर्व सीएम को कई बार सांसद और विधायक चुना है। अगर लोकसभा चुनाव 2024 की बात करें तो इस चुनाव में, विदिशा संसदीय सीट से खड़े हुए बीजेपी के शिवराज को कुल 11,16,460 वोट मिले। वहीं कांग्रेस के प्रतापभानु शर्मा को कुल 2,95,052 मत मिले। शिवराज ने कुल 8,21,408 मतों से जीत हासिल की। उनकी जीत प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी जीत रही।
बुदनी से 5 बार से जीत रहे शिवराज
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के सीहोर जिले की बुदनी विधानसभा सीट से विधायक भी चुने गए हैं। बता दें पूर्व सीएम ने लगातार 5 बार से जीतकर बुदनी विधानसभा सीट पर भाजपा का कमल खिलाया है। इस बार उन्होंने लोकसभा चुनाव में विदिशा सांसदीय सीट पर जीत हासिल की और सांसद बने। हांलाकि संविधान के नियमों के अनुसार उनको दोनों पदों में से एक पद से इस्तीफा देना होगा। अब देखना यह है कि वह विधायक पद से त्यागपत्र कब देंगे? 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आए, इस लिहाज से 14 दिन कल मंगलवार को पूरे हो रहे है।
मध्यप्रदेश सीएम बनने पर त्यागा था सांसद का पद
विदिशा शिवराज सिंह का गढ़ माना जाता है। यह छठवीं बार है जब लोगों ने विदिशा संसदीय सीट से शिवराज को चुना है। सांसद होते हुए वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में भी चुने गए। सीएम के होते हुए उन्होंने बुदनी विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ा था। इस उपचुनाव में चौहान की जीत हुई और विधायक बनें। बता दें उन्होंने सांसद के पद से इस्तीफा दिया और विधायक का पद चुना। लेकिन इस बार वे विधायक का पद छोड़ने जा रहे है।