लोकसभा चुनाव 2024: बंगाल लोकसभा सीटों पर आमने-सामने बीजेपी के दो नेता, राज्य में प्रत्याशियों के नाम पर फंसा पेंच
- देश में जल्द होने वाले हैं लोकसभा चुनाव
- बंगल की लोकसभा सीटों पर हुई दो बीजेपी नेताओं की टकरार
- उम्मीदवारों के नामों पर अटकी सुई
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। आगामी लोकसभा चुनाव के आगाज में अब कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं। इस बीच बीजेपी ने गुरुवार को अपने कैडिंडेट्स की तीसरी लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में पार्टी ने तमिलनाडु को ध्यान में रखते हुए 9 नामों की घोषणा की। हालांकि, पश्चिम बंगाल की बची हुई 20 सीटों पर पार्टी ने प्रत्याशियों के चेहरे से पर्दा नहीं हटाया है। दरअसल, खबरे हैं कि बंगाल में बीजेपी नेताओं के बीच राज्य की लोकसभा सीट को लेकर तनातनी चल रही है। यह विवाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष के बीच सीट को लेकर आपसी सहमति नहीं बन पा रही है। जिसके चलते बीजेपी नेतृत्व राज्य की लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों का नाम तय नहीं कर पा रही है।
बीजेपी दो नेताओं के बीच टकराव
इसे लेकर मिलेनियम पोस्ट ने एक खबर प्रकाशित की है। इसमें बताया गया है कि बंगाल में बीजेपी अध्यक्ष सुकांता मजूमदार और राज्य के नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने केंद्रीय चुनाव समिति को प्रत्याशियों की दो अलग लिस्ट दी हैं। दोनों ही लिस्ट में नेताओं ने चुनाव समिति के सामने अपने प्रत्याशियों के नाम सामने रखे हैं। ऐसे में केंद्रीय चुनाव समिति असमंजस में आ गई है। परिणामस्वरूप राज्य में प्रत्याशियों के नाम अब तक तय नहीं हो पाए है।
सूत्रों के अनुसार, बंगाल की मिदनापुर लोकसभा सीट से पूर्व बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के फिर से प्रत्याशी चुने जाने की अटकले हैं। बता दें, मिदनापुर सीट से दिलीप घोष मौजूदा सांसद हैं। वहीं, इस सीट पर तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) ने जून मालियाह को चुनावी मैदान में उतारा हैं। इसे देखते हुए कयास लगाया जा रहा है कि इस सीट पर बीजेपी दिलीप घोष के बजाए भारती घोष को प्रत्याशी बना सकती है। इन अटकलों के बीच मिदनापुर सीट से मौजूदा सांसद दिलीप घोष की दोबारा चुनाव लड़ने की संभावना अधिक है।
भाजपा-टीएमसी के प्रत्याशी
बता दें, तृणमूल कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ रही विधानसभा सदस्य जून मालियाह बांग्ला फिल्मों की जानी मानी एक्ट्रेस हैं। उधर, बीजेपी से मिदानपुर सीट पर चुनाव लड़ने वाली संभावित उम्मीदवार भारती घोष पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं। वह बंगाल की पहली महिला पुलिस अधीक्षक भी हैं। भारती घोष साल 2012 से 2017 के बीच मिदनापुर में एसपी के रूप में कार्यरत थी। इन वर्षों के दौरान उन्होंने राज्य में कई माओवादियों का आत्मसमर्पण करवाने का कार्य किया था। भारती घोष की लोकप्रियता जंगलमहल इलाके के आदिवासियों के बीच काफी बढ़िया रही हैं। बता दें, बंगाल में 19 अप्रैल को पहले चरण की 39 लोकसभा सीटों पर वोटिंग कराई जाएगी।