चुनाव परिणाम: अबकी बार 400 पार का नारा फेल! 300 पार करने पर भी छाए बादल, इन राज्यों ने बीजेपी के रास्ते में डाला रोड़ा
- एनडीए और इंडिया के बीच कड़ी टक्कर
- फेल हुए एनडीए का 'अबकी बार 400 पार' का नारा
- इन राज्यों ने बीजेपी के रास्ते में डाला रोड़ा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वोटों की गिनती जारी है और मौजूदा रूझानों ने भारतीय जनता पार्टी को जबरदस्त झटका दिया है। एनडीए (नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस) का 'अबकी बार 400 पार' का नारा न सिर्फ फेल होता दिख रहा है बल्कि 300 के आंकड़े को पार करने के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। सभी एग्जिट पोल्स के अनुमान धरे के धरे रह गए। भारतीय जनता पार्टी को सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे राज्यों में लगा है। उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा सीटों में से बीजेपी सिर्फ 37 सीटों पर अटक रही है। वहीं शानदार परफॉर्मेंस देते हुए समाजवादी पार्टी 37 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं वहीं कांग्रेस के खाते में 7 सीटें जाती हुई दिख रही है।
यूपी-महाराष्ट्र में बुरा हाल
भाजपा अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा पार कर पाने में नाकामयाब होते दिखाई दे रही है। एनडीए की 400 पार का दावा पूरी तरह से फेल हो चुका है और 300 के आंकड़े को पार करने के लिए भी संघर्ष करती नजर आ रही है। भाजपा के रास्ते में उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा रोड़ा बनता दिखाई दे रहा है जहां 80 में से सिर्फ 37 सीटों पर पार्टी आगे है। अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी जादुई प्रदर्शन करते हुए अपने दम पर 33 सीटों पर आगे चल रही है वहीं कांग्रेस पार्टी 7 सीटों पर आगे है। इस बार करीब 37 सीटों पर सिमटती नजर आ रही भाजपा ने 2019 में यूपी की 71 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं 2014 लोकसभा चुनाव में पार्टी ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
महाराष्ट्र में भी भारतीय जनता पार्टी की राहें मुश्किल नजर आ रही है। प्रदेश के 48 सीटों में से एनडीए सिर्फ 18 सीटों पर आगे चल रही है। अगर रूझान अंतिम परिणाम में बदलते हैं तो महाराष्ट्र में बीजेपी को मायूस होना पड़ेगा। रूझानों में इंडिया गठबंधन 29 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार भाजपा के लिए स्थिति काफी निराशाजनक है। 2019 में एनडीए ने महाराष्ट्र में 41 सीटों पर जीत हासिल की थी।
राजस्थान में भी राह मुश्किल
राजस्थान से भी भारतीय जनता पार्टी के लिए अच्छी खबर सामने नहीं आ रही है। प्रदेश की 25 सीटों में से पार्टी सिर्फ 14 सीटों पर फिलहाल बढ़त बनाए हुए है। वहीं कांग्रेस राजस्थान के 8 लोकसभा सीटों पर आगे चल रही है। सीपीआई (एम), बाप पार्टी और आरएलटीपी के प्रत्याशी एक-एक सीट पर आगे चल रहे हैं। पिछले दो चुनावों के मुकाबले इस बार बीजेपी को करीब 11 सीटों का नुकसान होता नजर आ रहा है। 2019 में एनडीए ने राजस्थान में क्लीन स्वीप किया था। बीजेपी ने 25 में से 24 सीट और सहयोगी दल आरएलटीपी ने 1 सीट पर जीत दर्ज किया था।