राजधानी बेंगलुरु होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में ये पार्टी भी हो सकती है शामिल, मीटिंग में सोनिया गांधी भी लेंगी हिस्सा
17 और 18 जुलाई को राजधानी बेंगलुरु में होगी विपक्षी दलों की बैठक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीजेपी को केंद्र की सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं। हाल ही में विपक्षी दलों की एक बैठक राजधानी पटना में हुई थी, जिसमें 15 बड़े दल शामिल हुए थे। अब विपक्षी दलों की अगली बैठक 17 और 18 जुलाई को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में होने जा रही है। जिसकी अगुवाई कांग्रेस करेगी। खबर है कि इस बैठक में लगभग 24 विपक्षी दल शामिल हो सकते हैं।
ये पार्टियां होगी बैठक में शामिल!
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है कि बेंगलुरु में होने वाले बैठक में केडीएमके, एमडीएमके, वीसीके, फॉरवर्ड ब्लॉक, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) सहित केरल कांग्रेस (मणि) के शामिल होने की संभावानाएं हैं। बैठक के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) को भी आमंत्रित किया गया है। लेकिन पार्टी नेताओं ने इस मुद्दे पर अपनी राय साफ नहीं की है कि वे इस बैठक में शामिल होंगे या फिर नहीं।
पहली बैठक में शामिल हो चुके हैं ये नेता
बिहार की राजधानी पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक हुई थी। जिसकी मेजबानी खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे थे। इस बैठक में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस की ओर से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की ओर से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार मौजूद रहे थे।
इसके अलावा इस बैठक में डीएमके की ओर से तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, शिवसेना (यूबीटी) के चीफ औऱ पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे, नेशनल कांफ्रेस से उमर अब्दुल्ला, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी से महबूबा मुफ्ती और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी के अलावा कुछ अन्य नेता भी शामिल रहे थे। वहीं इस बैठक में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे और राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी शामिल रहे थे। बता दें कि इस बैठक में राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी पारिवारिक कार्यक्रम में व्यस्तता की वजह से शामिल नहीं हो सके थे। राजधानी पटना में विपक्षी दलों की बैठक समाप्त होने के बाद सभी नेताओं ने एकजुटता की बात दोहराई थी, ऐसे में ऐसा माना जा रहा है कि ये सभी नेता राजधानी बेंगलुरु में होने वाली मीटिंग में भी शामिल हो सकते हैं, क्योंकि प्रेस कॉन्फेंस के दौरान ममता बनर्जी, शरद पवार, उद्धव ठाकरे समेत अन्य नेताओं ने अगली बैठक के लिए हामी भरी थी।
'आप' को लेकर अटका मामला
इधर, आम आदमी पार्टी को लेकर अभी भी मामला अटका हुआ है। आप नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने बेंगलुरु में होने वाले मीटिंग पर कहा कि हम इस मुद्दे पर विचार करेंगे, क्योंकि अभी तक कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली के अध्यादेश पर स्पष्ट संदेश नहीं दिया हैं। हालांकि पटना में हुई बैठक के दौरान अरविंद केजरीवाल मौजदू थे। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को दिल्ली के अध्यादेश पर अपना स्टैंड लेने को कहा था।
बैठक में शामिल होगी सोनिया गांधी
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी को बेंगलुरू में होने वाले बैठक के लिए अनुरोध किया है। इस बात की पुष्टि 10 जुलाई को कर्नाटक के नवनिवार्चित डिप्टी सीएम डी के शिवकुमार ने की है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी विपक्षी दलों की बैठक में भाग लेंगी। मालूम हो कि पटना में होने वाली मीटिंग में सोनिया गांधी ने हिस्सा नहीं लिया था।