खुद को बीजेपी का प्रत्याशी बता रहा ये सरकारी अधिकारी, स्थानीय नेताओं और संगठन में मची खलबली
डिजिटल डेस्क,भोपाल। मध्यप्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन उससे पहले ही सियासी पारा चढ़ने लगा है। प्रदेश में एक के बाद एक कई सियासी घटनाक्रम देखने को मिल रहे हैं वहीं हाल ही में एक सरकारी अधिकारी ने नौकरी से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन देकर अनूपपुर जिले की कोतमा विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी से टिकट की दावेदारी पेश की है। यही नहीं वह विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय भी दिखाई दे रहे हैं। उनके सक्रिय होते ही बीजेपी के स्थानीय नेताओं और संगठन में खलबली मच गई है।
बता दें यह सरकारी अधिकारी शिक्षा विभाग में सहायक संचालक डॉ. मदन कुमार त्रिपाठी हैं। उनके टिकट के दावे से संभाग का प्रशासनिक और राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है। वहीं शिक्षा विभाग के कर्मचारी-अधिकारी नए सहायक संचालक के कार्यालय में न बैठने और सरकारी काम करने की जगह कोतमा धूमने से परेशान हैं। त्रिपाठी पर राजनीति गतिविधियों में शामिल रहने के आरोप लग रहे हैं। इसकी प्रमुख वजह है कि त्रिपाठी ने खुद को बीजेपी का प्रत्याशी बताते हुए चुनाव प्रचार का काम भी प्रारंभ कर दिया है।
सहायक संचालक डॉ. मदन त्रिपाठी की दावेदारी का मामला गरमाने के बाद अनुपपुर के बीजेपी जिला अध्यक्ष रामदास पुरी के भी सक्रिय होने की खबरें हैं। हालांकि संगठन इस मामले में खुलकर कुछ भी बोलने से बच रहा है। वहीं डॉ. मदन त्रिपाठी सीधे तौर पर कोतमा सीट से दावेदारी कर रहे हैं। उन्होंने वीआरएस का आवेदन सरकार को देते हुए छुट्टी ले ली है। लेकिन अपने ऊपर लग रहे आरोपों को वह अभी भी गलत बता रहें है उनका कहना है कि वह अभी सिर्फ सरकारी योजनाओं का ही प्रचार कर रहे हैं।
बता दें इस मामले में अनुपपुर कलेक्टर आशीष वशिष्ट ने स्थानीय मीडिया से मामले की जांच कराने के साथ ही सिविल सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन करते हुए पाए जाने पर कार्रवाई प्रस्तावित किए जाने की बात कही है।