MP से मोदी के मंत्री!: मोदी के तीसरे कार्यकाल में ये चेहरे हो सकते है कैबिनेट में शामिल! शिवराज, सिंधिया, वीडी शर्मा- किसे मिलेगा मौका?

  • मध्यप्रदेश को मिल सकते है 5 से 6 मंत्री
  • एक महिला सांसद को बनाया जा सकता है मंत्री
  • युवा जाति और क्षेत्र के आधार पर तय होगा नाम

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-06 09:58 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 18 वीं लोकसभा चुनाव में एनडीए को बहुमत मिला है। नतीजों के बाद से अब केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल होने के लिए नामों की चर्चा होने लगी है। 29 लोकसभा सीटों वाले मध्यप्रदेश में बीजेपी का बेहतर प्रदर्शन रहा है। बीजेपी ने यहां क्लीन स्वीप किया। बेहतर प्रदर्शन के चलते अबकी बार मंत्रिमंडल में मध्यप्रदेश का पलड़ा भारी रहने की उम्मीद है। 2019 के चुनावी नतीजों और मंत्रिमंडल में शामिल सदस्यों के आंकड़ों को देखें तो राज्य के कम से कम पांच मंत्री तो बनना तय है। क्योंकि मोदी सरकार 2 में नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल,ज्योतिरादित्य सिंधिया,फग्गन सिंह कुलस्ते,वीरेंद्र खटीक शामिल थे। जाति और क्षेत्रवार इन मंत्रियों पर नजर डाले तो मोदी सरकार में शामिल होने वाले कुछ संभावित चेहरे निकल कर सामने आएंगे। हाल फिलहाल कुलस्ते को छोड़कर सभी पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्य में अहम जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे हैं। 

मोदी के दूसरे कार्यकाल में आदिवासी समाज के दिग्गज नेता फग्गन सिंह कुलस्ते मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मंत्री है। बीजेपी ने मंत्रियों के साथ ही उन्हें राज्य में सेट करने के लिए विधानसभा 2023 के चुनाव में प्रत्याशी बनाया था। हालांकि वे विधानसभा चुनाव हार गए थे। लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 जीत गए। आदिवासी नेता होने के नाते उनका फिर से मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। कुलस्ते को यदि किसी अन्य जगह मौका मिलता है तो धार से निर्वाचित सावित्री ठाकुर एसटी समुदाय की सीनियर लीडर होने के नाते उन्हें मौका मिल सकता है।

नरेंद्र सिंह तोमर ग्वालियर चंबल संभाग से क्षत्रिय समाज के नेता हैं। क्षेत्र में उनकी काफी मजबूत पकड़ है। उनके दिल्ली से भोपाल में आने से इलाके की सीटों पर बीजेपी का वोट परसेंट कम हुआ है। हालांकि क्षेत्र की सभी सीटों पर बीजेपी की जीत दर्ज हुई। क्षेत्र में ओबीसी और एससी का वोट कांग्रेस की तरफ खिसका है, इसे एक बार फिर बीजेपी के पक्ष में लाने के लिए यहां के तीन सांसद मुरैना से शिवमंगल सिंह तोमर, ग्वालियर से भरत सिंह कुशवाह और भिण्ड से संध्या राय को मंत्रिमंडल में जगह मिलने के कयास लगाए जा रहे है। मुरैना की जीत पर बीजेपी सबसे कम वोटों से जीती है। वहीं ग्वालियर से निर्वाचित सांसद कुशवाह शिवराज सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके हैं। भिण्ड -दतिया से सांसद संध्या राय ने कांग्रेस के दिग्गज दलित नेता फूल सिंह बरैया को हराकर दूसरी बार चुनावी जीती है। मध्यप्रदेश में अबकी बार दो बार की जीतने वाली दो सांसदों में उनका नाम भी शामिल है। तोमर,कुशवाह और राय तीनों ही नरेंद्र सिंह तोमर के खास है। तीनों में से किसी एक को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है।

गुना लोकसभा सीट से जीते ज्योतिरादित्य सिंधिया मोदी के दूसरे कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री रहे। मोदी के तीसरे कार्यकाल में सिंधिया को फिर से मंत्री बनाए जाने की संभावनाएं अधिक हैं। 

मोदी 2 में मंत्री रहे प्रह्वाद पटेल लोधी समाज से आते है। लोधी मतदाता बीजेपी का कोर वोट बैंक माना जाता है। इस लिहाज से नवनिर्वाचित पुरुष सांसदों में सबसे कम उम्र के दमोह से सांसद राहुल लोधी को मंत्रिमंडल में जगह मिलने की प्रबल संभावनाएं  हैं।

डॉ वीरेंद्र खटीक मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके है। 70 वर्ष के डॉ खटीक को 2019 में प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था। वरिष्ठ नेता होने के नाते उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। हालांकि उनको स्पीकर भी बनाया जा सकता है।  आपको बता दें डॉ वीरेंद्र कुमार खटीक 1996 से लेकर 2009 तक लगातार सागर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए। इसके बाद 2009 में अस्तित्व में आई टीकमगढ़ सीट से सांसद बनें। वीरेंद्र कुमार 11वीं, 12वीं, 13वीं, 14वीं, 15वीं, 16वीं, 17वीं के बाद अब 18वीं लोकसभा के सदस्य चुने गए हैं। बीजेपी में उनकी गितनी पुराने और दिग्गज नेताओं में होती है। वो आठवीं बार निर्वाचित हुए है। वीरेंद्र खटीक दलित समुदाय से आते है, ऐसे में मंत्री के अलावा उन्हें अन्य प्रमुख जगह पर समायोजित किया जाता है , तो इस समुदाय के अन्य किसी सांसद चेहरे को मंत्री बनने का मौका मिल सकता है।  

मध्यप्रदेश में ऐतिहासिक जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को भी ईनाम के तौर पर मोदी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। वहीं चुनावी प्रचार के दौरान खुद पीएम मोदी पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को अपने साथ काम करने और दिल्ली ले जाने की बात कह चुके है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की जनता में मजबूत पकड़ होने के चलते संघ और संगठन उन्हें पार्टी अध्यक्ष भी बना सकता है।

बीजेपी ने अबकी बार 6 महिला प्रत्याशियों को मौका दिया था, सभी महिला प्रत्याशियों की जीत से उत्साहित होकर पार्टी एक महिला को मंत्री बना सकती है। इनमें वरिष्ठता के आधार पर बालाघाट से जीती भारती पारधी और युवा चेहरे के तौर पर  शहडोल से हिमाद्री सिंह में से किसी एक को मौका मिल सकता है। 6 में से दो महिला सांसद हिमाद्री सिंह और भिण्ड से संध्या राय दूसरी बार चुनाव जीती है।  सतना में गणेश सिंह पांचवी बार लोकसभा चुनाव जीते है। उन्हें भी मंत्रिमंडल में मौका मिल सकता है।

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