जल के महत्व को समझना होगा ताकि आने वाला कल सुरक्षित रहे : मुख्यमंत्री योगी
- इससे बीमारियों का खतरा भी बढ़ेगा।
- जल के बगैर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है।
- जल है तो कल है।
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारतीय मनीषा इस बात को हमेशा मानती रही है कि जल है तो कल है। जल के बगैर जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। ऐसे में जल के महत्व को समझना होगा ताकि आने वाला कल सुरक्षित रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को लोकभवन में आयोजित भूजल सप्ताह के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने भूगर्भीय जल के गिरते स्तर को सुधारने के लिए वर्ष 2019 में एक अधिनियम बनाया। इसके तहत एक निश्चित सीमा से ऊपर किसी भी भवन के निर्माण के लिए नक्शा पास करने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग की अनिवार्यता की गयी। इसका यह परिणाम हुआ कि आज प्रदेश में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की संख्या बढ़ी है, जो हमारी भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करेगा। प्रदेश में जल को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभियान को अपनाते हुए प्रदेश में 'पर ड्रॉप मोर क्रॉप' का अभियान चलाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 16 जुलाई से शुरू हुए भूजल सप्ताह कार्यक्रम का आज औपचारिक समापन हो रहा है, लेकिन वास्तव में शनिवार को वृहद वृक्षारोपण के साथ कार्यक्रम का समापन होगा। पूरे प्रदेश में वृक्षारोपण अभियान के तहत एक दिन में 30 करोड़ पौधे रोपित किए जाएंगे। जबकि, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 5 करोड़ वृक्षारोपण के साथ कार्यक्रम संपन्न होगा। इसमें हम सबको बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी करनी होगी। ऐसे ही हमें बरसात के पानी को एकत्रित करना है क्योंकि जितना भूगर्भीय जल का स्तर अच्छा होगा उतना ही हमें शुद्ध पानी मिलेगा। इसके विपरीत यह स्तर जितना नीचे जाएगा, उससे ऑर्सेनिक और फ्लोराइड की शिकायत भी देखने को मिलेगी। इससे बीमारियों का खतरा भी बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि पिछले 6 वर्षों में हर घर में जल उपलब्ध करवाने का सपना साकार हो रहा है। पहले जहां बुंदेलखंड और विंध्य जैसे क्षेत्रों में लोग पानी 5-7 किलोमीटर दूर से अपने सिर पर ढोकर लाते थे, आज यहां हर घर में शुद्ध जल उपलब्ध हो रहा है। सरकार आज इन इलाकों में आरओ का पानी पहुंचाने का काम कर रही है। अगर आप चाहते हैं कि हर घर जल की योजना सफलतापूर्वक लंबे समय तक चले तो इसके लिए सभी प्रदेशवासियों को आगे आना होगा और जल के महत्व को समझते हुए भूगर्भीय जल स्तर को बढ़ाना होगा क्योंकि हम अपनी जल की आवश्यकता को 80 से 90 फीसदी भूगर्भीय जल से पूरा करते हैं।
सीएम योगी ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि जल संरक्षण के लिए सबसे अच्छा समय बरसात का है क्योंकि इस समय हम एक-एक बूंद को बचा पाएंगे तो आने वाले समय में जीवन को बचाने का यह एक प्रयास होगा। इस विश्वास के साथ भूजल सप्ताह को यहां पर सफल बनाने के साथ ही साथ इसको वास्तविक धरातल पर क्रियान्वित करने के लिए हम सभी को संकल्पित होकर कार्य करना होगा।
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