MP चुनाव 2023: पहले ही कम नहीं हो रही थी 'इंडिया' गठबंधन में तकरार, अब मध्य प्रदेश में नीतीश कुमार ने पांच सीटों पर उतारे अपने उम्मीदवार
- मध्य प्रदेश में नीतीश कुमार ने पांच सीटों पर उतारे अपने उम्मीदवार
- अगले महीने 17 नवंबर को प्रदेश में विस चुनाव
- नीतीश की एंट्री से प्रदेश की सियासत में आया नया मोड़
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब गिनती के दिन बचे हैं। प्रदेश चुनाव में तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही है। इस बीच सूबे की सियासत में विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की ओर चार पार्टियां आमने-सामने आ गई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने मंगलवार को चौंकाने वाले फैसला करते हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए।
एमपी की सियासत में पहले ही समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग काफी दिनों तक मतभेद चला। आखिर में ये पार्टी राज्य में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इधर, आम आदमी पार्टी भी पिछले साल दिसंबर से राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए दम भरती हुई नजर आ रही है। इस बीच जेडीयू ने सूबे की सियासत में एंट्री करके इंडिया गठबंधन में आपसी तल्खी को बढ़ा दिया है। हालांकि, अभी ये पता नहीं चला है कि जेडीयू की ओर से उम्मीदवार उतारना इंडिया गठबंधन की रणनीति है या फिर कोई दूसरी वजह है। लेकिन इस मामले में बीजेपी इंडिया गठबंधन पर तंज कसने में पीछे नहीं हट रही है।
बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने कसा तंज
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक दिल के टुकड़े हजार हुए, कोई इधर गिरा कोई उधर गिरा जैसी हालात विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की हो गई है। उन्होंने विपक्षी गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि ये लोगों एक दूसरे से लड़कर खुद को साथी बताने में लगे हुए हैं।
बीजेपी की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी सपा और कांग्रेस पर तंज कसने में पीछे नजर नहीं आए। उन्होंने कहा कि, " इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के बीच दिल्ली में दोस्ती का नाटक और राज्यों में कुश्ती का नजारा। इस बात का प्रतीक है कि गठबंधन की गठरी में छेद है। जो लोग धोखे के सामान से भरी कथित मोहब्बत की दुकान में पहुंच गए हैं वो खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।"
इधर, एमपी चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर कथित विवाद पर बिहार बीजेपी के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने सपा को औकात बताने पर उतर आए। उन्होंने कहा कि, "कांग्रेस अपनी राजनीतिक स्थिति जानती है और उन्होंने समाजवादी पार्टी को मध्य प्रदेश में उनकी औकात दिखाने का काम किया है।" बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने कहा, "नीतीश कुमार की तो वहां (मध्य प्रदेश) में कोई हैसियत ही नहीं है। अब तो इनकी (जेडीयू) स्थिति ऐसी हो गई है कि बिहार में भी इनका खाता नहीं खुलने वाला है।"
जदयू नेता ने दिया जवाब
जदयू नेता नीरज कुमार ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, "इंडिया गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष के शीर्ष नेताओं में से एक हैं, उन्होंने ही सार्वजनिक रूप से कहा था कि विपक्षी गठबंधन की बातचीत कांग्रेस के बिना नहीं हो सकती है।'' उन्होंने आगे कहा कि क्षेत्रीय पार्टी ने क्षेत्रीय स्तर पर फैसला लिया। ऐसे में किसी राज्य में दो-चार सीटों पर चुनाव लड़ने से 'इंडिया' गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ने वाला।
पांच सीटों पर जेडीयू के उम्मीदवार
बता दें कि, जेडीयू ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को राज्य की पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे। इनमें पिछोर से चंद्रपाल यादव, विजय राघवगढ़ से शिव नारायण सोनी, राजनगर से रामकुंवर रायकवार, थांदला से तोल सिंह भूरिया और पेटलावद से रामेश्वर सिंगला जेडीयू की ओर से चुनाव मैदान में हैं।
'आप' और सपा भी चुनावी मैदान में
विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की ओर से कांग्रेस ने राज्य की सभी 230 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिया है। वहीं सपा 28 सीटों पर लड़ रही है। जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने भी 69 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। हालांकि, केजरीवाल की पार्टी ने पहले ही साफ कर दिया है कि वे मध्य प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि 'आप' जल्द ही कई और सीटों पर अपने उम्मीदवार को उतारेगी।
230 सीटों वाले मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसके नतीजे तीन दिसंबर को आएंगे।