दल बदलने पर तंज: AAP नेताओं का भाजपा में शामिल होने के बाद सौरभ भारद्वाज ने दी प्रतिक्रिया, कहा - 'सभी जानते हैं कि उन पर...'

  • आप के दिग्गजों ने ज्वाइन की भारतीय जनता पार्टी
  • दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज का तंज
  • करतार सिंह तंवर, राज कुमार आनंद और वीना आनंद पर साधा निशाना

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-10 16:29 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। राजधानी में बुधवार को आप पार्टी के विधायक करतार सिंह तंवर, पूर्व मंत्री राज कुमार आनंद और पूर्व विधायक वीना आनंद ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का दल बदलने के बाद सियासी गलियारों में आरोप प्रत्यारोप की चिंगरी भड़क गई है। इस पर दिल्ली सरकार के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने जमकर निशाना साधा है।

आप नेताओं का पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल होने पर सौरभ भारद्वाज ने तंज कसते हुए कहा, "राजकुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी छोड़ दी, क्योंकि वह पार्टी से खुश नहीं थे।" उन्होंने कहा, "हालांकि यह सभी जानते हैं कि उनके खिलाफ जांच चल रही है और वह जल्द ही बीजेपी में शामिल होने वाले हैं।"

 राजकुमार आनंद पर साधा निशाना

प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करने के दौरान दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने यह बात कही। उन्होंने दावा किया कि उन (राजकुमार आनंद) पर जांच का प्रेशर बना हुआ है। यह बात सब भली भांति जानते हैं। आप नेता ने राजकुमार आनंद के बयान को लेकर कहा, "उन्होंने (राजुकमार आनंद) कहा था कि वह एक दलित हैं, इसलिए उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं।"

इसके बाद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "मैं दावे का से कह सकता हूं दलित कमजोर नहीं होते हैं।" सौरभ भारद्वाज ने कहा, "मैं आपको सबको याद दिलाना देना चाहता हूं कि दलितों ने ही भारतीय जनता पार्टी को उसकी जगह 250 सीटों से कम दिखाई।"

कौन हैं राजकुमार आनंद?

दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार में राजकुमार आनंद बतौर कल्याण मंत्री रह चुके हैं। साल 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में राजकुमार आनंद ने पटेल नगर आरक्षित सीट से चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में उनकी जीत हुई थी। राजकुमार ने 10 अप्रेल को भ्रष्टाचार और दलितों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया था। इसके बाद उन्होंने आप पार्टी को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।

राजकुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी में अपने कार्यकाल को बुरा सपना बताया था। हालांकि, भाजपा में आने से पहले उन्होंने लोकसभा चुनाव के समय बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया था। इसके बाद उन्होंने दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। लेकिन, उन्हें इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी बांसुरी स्वराज से हार का स्वाद चखना पड़ा। नतीजों में इस सीट पर वह तीसरे स्थान पर आए थे।

Tags:    

Similar News