पिछले साल भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी को घुटने में आई थी दिक्कत, अब केरल में ले रहे हैं आयर्वेदिक उपचार
- केरल में घुटने का इलाज करवा रहे हैं राहुल गांधी
- इसी साल भारत जोड़ो यात्रा 2.0 की करेंगे शुरूआत!
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पिछले साल भारत जोड़ो यात्रा के दौरान घुटने में दर्द की समस्या हुई थी। जिसको लेकर राहुल गांधी को बहुत परेशानी से जूझना पड़ रहा था। इन दिनों वह केरल के जाने माने आयुर्वेदिक संस्थान में अपना इलाज करा रहे हैं। वहीं, पार्टी के एक सीनियर नेता ने अपना नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि फिलहाल राहुल गांधी घुटने के दर्द से राहत में हैं और वह रविवार तक डिस्चार्ज हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को 21 जुलाई को कोट्टक्कल आर्य वैध्य शाला में भर्ती कराया गया था। राहुल गांधी जब केरल के आयुर्वेदिक अस्पताल पहुंचे तो वहां पर चीफ फिजीशियन डॉ. पीएम वारियर ने उनका स्वागत किया था।
इलाज के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे मौजूद
राहुल गांधी ने अपने इलाज के दौरान पीएसवी नाट्य संगम द्वारा आयोजित कथकली डांस परफॉर्मेंस देखी। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल और विधायक एपी अनिल कुमार भी मौजूद रहे। इस मौके पर राहुल गांधी ने मलयाली लेखक और डायरेक्टर वासुदेव नायर से मुलाकात की। बता दें कि वासुदेव नायर भी अपना इलाज उसी अस्पताल में करा रहे हैं। डांस प्रोग्राम के दौरान नायर ने राहुल गांधी को एक पैन गिफ्ट किया।
भारत जोड़ो यात्रा 2.0 की तैयारी में जुटी कांग्रेस
राहुल गांधी ने पिछले साल सितंबर माह में भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत तमिलनाडु के कन्याकुमारी से की थी। इस दौरान राहुल गांधी 12 राज्यों की पैदल यात्रा करते हुए श्रीनगर तक पहुंचे थे। लगभग 3600 किलोमीटर की दूरी को तय करने में राहुल गांधी को 136 दिन का समय लगा था। सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी बहुत जल्द भारत जोड़ो यात्रा के तहत दूसरी यात्रा पर निकलने वाले हैं। इस यात्रा के दूसरे चरण की शुरूआत अगस्त माह के आखिरी दिन या पिछले साल की तरह सितंबर महीने में हो सकती है। दूसरे चरण की इस यात्रा को राहुल गांधी गुजरात के पोरबंदर शुरू करने वाले हैं। इस यात्रा को गुजरात के पोरबंदर से शुरू करने के पीछे की खास वजह यह है कि इस जगह पर महात्मा गांधी की जन्मस्थली है। जानकारी के मुताबिक, यह यात्रा उत्तर प्रदेश के 15 जिलों को कवर करेगी, जिसमें लगभग 25 दिनों का समय लगेगा। हालांकि, अभी तक इस यात्रा के अंतिम स्थान के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है।