बिहार विधानसभा में सुरक्षा प्रहरी नियुक्ति घोटाले की तैयारी : विजय सिन्हा
विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि विधानसभा सचिवालय द्वारा एजेंसी का चयन भी मनमाने और भेदभावपूर्ण रूप से किया गया है। एजेंसी को कार्य आवंटन के बाद निविदा शर्तों में सुधार किया गया। विज्ञापन में जितनी सुरक्षा राशि एजेंसी से जमा करानी थी, उसे अंतिम चयन के बाद बदलकर कम कर दिया गया। इसी प्रकार चयनित एजेंसी को कार्य प्रारंभ से समाप्ति तक अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग समय पर भुगतान के प्रावधान की शर्त को भी बदल दिया गया और पूरी प्रक्रिया बदलकर एकमुश्त भुगतान करने का प्रस्ताव किया गया।
उन्होंने यह भी कहा कि चयन के लिए जो समिति गठित हुई वह भी नियमानुकूल नहीं है। इस समिति में एक ऐसे व्यक्ति को रखा गया है, जिनका आचरण पूर्व भी संदेहास्पद रहा है। बहाली के लिए चयनित एजेंसी को कार्य का अनुभव नहीं है और पूर्व में भी समय पर काम पूरा नहीं कर पाने पर उसके विरुद्ध कार्रवाई हुई है। ऐसे में इस एजेंसी का चयन बताता है कि दाल में कुछ काला है। लेकिन, आगे और जो बातें सामने आ रही है, उससे लगता है कि पूरी दाल ही काली है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह सब सरकार के दबाव में किया जा रहा है। सरकार के दबाव में विधानसभा में सुरक्षा प्रहरी नियुक्ति में एक बड़े घोटाले की तैयारी है।
(आईएएनएस)
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|