जमीन घोटाले नें सीएम हेमंत को ईडी के समन पर झारखंड में सियासी आरोप-प्रत्यारोप तेज
- सीएम हेमंत पर ईडी की कार्रवाई के बाद सियासत गर्म
- सत्ता पक्ष ने बताई मोदी सरकार की सोची समझी साजिश
- विपक्ष ने की इस्तीफे की मांग
डिजिटल डेस्क, रांची। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले में ईडी के समन पर सियासी आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। एक ओर जहां झामुमो और कांग्रेस ने इसे केंद्र सरकार की सोची-समझी साजिश करार दिया है, वहीं भाजपा ने हेमंत सोरेन पर भ्रष्टाचार और घोटाले का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है।
दरअसल, ईडी ने मंगलवार को हेमंत सोरेन को एक समन भेजकर उन्हें 14 अगस्त को रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ के लिए हाजिर होने को कहा है। ईडी ने रांची में जमीन घोटाले को लेकर एक ईसीआईआर दर्ज करने के बाद सीएमओ में कार्यरत एक कर्मी उदय शंकर के यहां छापेमारी की थी।
इसके अलावा रांची के निबंधन कार्यालय में भी सर्वे कर ईडी ने कई जमीनों के डीड की कॉपी हासिल की थी। बताया जा रहा है कि ईडी ने अपनी जांच में आदिवासी स्वामित्व वाली कई ऐसी जमीनों को चिन्हित किया है, जिन्हें हेमंत सोरेन और उनके परिवार के सदस्यों ने खरीदा है। इनमें से कई जमीनों का जिक्र चुनावी हलफनामे नें नहीं है।
झामुमो के महासचिव और केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि आदिवासी दिवस पर नौ अगस्त को जब सीएम हेमंत सोरेन की अगुवाई में वृहत स्तर पर महोत्सव का आयोजन हो रहा है, तब उसके ठीक पहले उन्हें समन करने से यह साफ है कि विरोधियों के पेट में दर्द हो रहा है।
यही नहीं, पूछताछ के लिए 14 अगस्त की तारीख तय करना भी यह बताता है कि सीएम हेमंत सोरेन को राष्ट्रीय ध्वज फहराने से रोकने की कोशिश की जा रही है। झामुमो कभी ऐसी चुनौतियों से नहीं घबराता। सीएम हेमंत सोरेन ने भी मंगलवार को ईडी की कार्रवाई का जिक्र किए बगैर कहा था कि जिस दिन से उनकी सरकार बनी है, उसी दिन से इसे गिराने की साजिशें रची जा रही हैं।
उन्होंने यह भी कहा था कि हमने राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन किया है और इसका नाम इंडिया रखा है। इससे केंद्र सरकार के हाथ-पांव फूल रहे हैं। गठबंधन के कद्दावर नेताओं को प्रताड़ित करने की साजिश की जा रही है। कांग्रेस नेता और राज्य सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि सीएम के कामकाज की चर्चा राज्य में हर गली में है, लेकिन ईडी और सीबीआई उन्हें परेशान करने का हर प्रयास कर रही है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत सोरेन को भेजे गए ईडी के नोटिस पर कहा है कि वे आजाद भारत के सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री हैं। वह पहले सीएम हैं, जिन्हें ईडी ने पूछताछ के लिए दो बार बुलाया है। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन ने खुद और अपने परिवार के नाम पर रांची में आदिवासियों की जमीन हड़पी है। यह मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है, जिस पर ईडी उनसे पूछताछ करेगी।
भाजपा के राज्यसभा सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि करप्ट सिस्टम को संरक्षण देने वाले सीएम हेमंत सोरेन तक आखिर सेना की भूमि की गलत तरीके से खरीद-बिक्री की जांच पहुंच ही गई। उनमें थोड़ी सी भी नैतिकता बची है तो तुरंत सीएम पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
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