वाईएसआर ने चुनाव आयोग से टीडीपी की मान्यता रद्द करने कि मांग की
अपशब्दों का अभियान वाईएसआर ने चुनाव आयोग से टीडीपी की मान्यता रद्द करने कि मांग की
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग से तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) की मान्यता रद्द करने की अपील की है। वाईएसआर के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा। पार्टी के अनुसार टीडीपी के नेताओं ने सार्वजनिक तौर पर अपशब्दों का प्रयोग किया जो कि लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है ऐसे में टीडीपी की मान्यता रद्द होनी चाहिए।
वाईएसआरसीपी सांसद वी. विजय साई रेड्डी ने कहा कि हमने चुनाव आयोग से कहा कि आंध्र प्रदेश राज्य में तेलुगु देशम द्वारा लोक प्रतिनिधित्व (आरपी) अधिनियम, 1951 का घोर उल्लंघन हो रहा है। टीडीपी झूठे प्रचार प्रसार, जनसभाओं, प्रेस कांफ्रेंसों और टेलीविजन बहसों के माध्यम से राजनीतिक शब्दावली में अपशब्दों को लाकर एक सुनियोजित अभियान से लोगों के दिमाग में जहर घोल रही है। राज्य के लोगों पर इसका खराब असर पड़ रहा है। लोगों को ड्रग्स से जोड़ रही है और अपने बुरे एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए कुछ भी कर रही है। हमने इस संबंध में मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्र को पत्र लिखा है।
उन्होंने कहा कि पूर्वगामी तथ्यों और परिस्थितियों को देखते हुए हम चुनाव आयोग के कार्यालय पहुंचे। हमने आयोग से अनुरोध किया है कि टीडीपी की मान्यता रद्द करके और सार्वजनिक जीवन में शालीनता और मर्यादा बनाए रखने में सहयोग दें और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था में एक नैतिक उदाहरण पेश करें। टीडीपी पर इस सम्बंध में कड़ी कार्रवाई की जाए। इससे पहले तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने 25 सितंबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की थी।
(आईएएनएस)