कैश कांड से फायदे में योगी या अखिलेश, सर्वे में लोगों ने दी चौंकाने वाली राय
बीजेपी के लिए बुरी खबर! कैश कांड से फायदे में योगी या अखिलेश, सर्वे में लोगों ने दी चौंकाने वाली राय
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले एबीपी सी वोटर्स सर्वे में चौंकाने वाली खबर आ रही है। आपको बता दें कि इत्र व्यापारी पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज के घर में पड़े छापे के दौरान 194 करोड़ रूपए नकदी और अन्य संपत्तियां जब्त किए जाने के बाद यूपी सियासत गरम हो गई है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और सीएम योगी समेत बीजेपी के बड़े नेता चुनावी अभियान में जुटे हैं। बीजेपी के निशाने पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव है क्योंकि माना जा रहा है कि यूपी में मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी ही है। हालांकि अखिलेश की चुनावी प्रचार में जन सैलाब भी भारी तादाद में उमड़ रहा है।
इसी बीच बीजेपी ने कानपुर इत्र कांड को अपना मुद्दा बनाया जिसको लेकर सपा पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि कारोबारी सपा से ताल्लुक रखता है। हालांकि अखिलेश ने खुद इन आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा था कि कारोबारी का सपा से कोई संबंध नहीं है। ये घटना क्रम तब सामने आया जब यूपी में कुछ ही दिनों बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में कैश कांड के खुलासे का सियासी नफा नुकसान किसे होगा? ये भी एक बड़ा सवाल है। इसको देखते हुए एबीपी न्यूज़ ने सी वोटर के साथ सर्वे किया है और लोगों से इस मुद्दे पर उनकी राय जानने की कोशिश की है।.
सर्वे में जनता से किया गया सवाल
एबीपी न्यूज़ सी वोटर के सर्वे में जनता से सवाल किया गया कि कैश कांड के खुलासे से किसे सियासी फायदा होगा? इस पर 59 फीसदी लोगों ने कहा कि इस खुलासे से बीजेपी को फायदा होगा। वहीं 16 फीसदी लोगों ने कहा कि इससे समाजवादी पार्टी को फायदा होगा। दोनों को फायदा नहीं होगा ऐसा कहने वाले 25 फीसदी लोग थे। हालांकि बीजेपी को भी कैश कांड का ज्यादा फायदा होता नहीं दिख रहा है और अखिलेश यादव को इस कैश कांड के बाद नुकसान नहीं हो रहा है। माना जा रहा है कि बीजेपी इसको राजनीतिक मुद्दा बनाने में कामयाब नहीं हो पाई।
कैश कांड के खुलासे से सियासी फायदा किसे ?
बीजेपी-59
एसपी-16%
दोनों को नहीं-25%
लोगों से मिल रहे जवाबों से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैश कांड का पूरा फायदा सिर्फ बीजेपी को ही नहीं होने वाला है। इसका कुछ फायदा तो समाजवादी पार्टी को भी होता नजर आ रहा है। सर्वें में मिले सोलहा प्रतिशत अखिलेश की यादव को बढ़ाने का काम भी कर सकते हैं।