जनगणना के आंकड़ों से डिकोड करें योगी आदित्यनाथ ने इशारों इशारों में क्या कह दिया है? कौन सा है वो एक वर्ग जिस पर है योगी का निशाना?
योगी के निशाने पर कौन? जनगणना के आंकड़ों से डिकोड करें योगी आदित्यनाथ ने इशारों इशारों में क्या कह दिया है? कौन सा है वो एक वर्ग जिस पर है योगी का निशाना?
डिजिटल डेस्क, लखनऊ, राजा वर्मा । सीएम योगी आदित्यनाथ ने किसी वर्ग का नाम लिए बगैर कहा कि एक वर्ग की आबादी बढ़ने से अराजकता फैलेगी। उनके इस बयान के बाद से मीडिया में जनसंख्या नियंत्रण पर बहस शुरू हो गई है कि उनका इशारा किस वर्ग के तरफ था।
दरअसल उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्व जनसंख्या दिवस पर सोमवार को लखनऊ के एक कार्यक्रम में यूपी की बढ़ती जनसंख्या पर चिंता जाहिर की। योगी ने कहा कि हमें ध्यान रखना होगा कि जनसंख्या नियंत्रण का कार्यक्रम सफलता पूर्वक आगे बढ़े।
सीएम योगी ने आगे कहा कि ऐसा भी न हो कि किसी वर्ग की आबादी बढ़ने की स्पीड के साथ ही उनका प्रतिशत ज्यादा हो जाए और जो मूल निवासी है, जनसंख्या जागरूकता अभियान चलाकर उनकी जनसंख्या को नियंत्रित करके असंतुलन पैदा कर दिया जाए। साथ ही उन्होंने अपने भाषण में कहा कि एक वर्ग की आबादी बढ़ने से आराजकता फैलेगी हालांकि इस दौरान योगी ने किसी वर्ग का नाम नहीं लिया।
उन्होंने उत्तर प्रदेश की बढ़ती आबादी को लेकर कहा कि यूपी सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है। यहां वर्तमान में 24 करोड़ की आबादी है जो आने वाले कुछ ही समय में 25 करोड़ के पार हो जाएगी। हमें इसके स्थिरीकरण के लिए कोशिश करनी होगी। हालांकि योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में उत्तरप्रदेश की जनसंख्या की तरफ इशारा किया लेकिन उनके बयान के आने के साथ ही पूरे देश की जनसंख्या की गणित पर ध्यान दिया जाने लगा है। इस ग्राफिक्स के जरिए समझिए देश में किस वर्ग कि कितनी बढ़ी आबादी?
कहां पर निगाहें, किस पर निशाना?
वैसे योगी ने अपनी बात के जरिए किसी विवादित मुद्दे को नहीं उठाया न ही किसी वर्ग विशेष का नाम लिया। लेकिन उनके बयान के बाद से ही ये चर्चा शुरू हो गई कि योगी का निशाना किस ओर है। जनगणना के आंकड़ों से साफ साबित होता है कि किस वर्ग की आबादी बीते कुछ दशकों में कितनी बढ़ी है। हिंदुत्व का झंडा बुलंद करने वाले योगी ने सीधेतौर पर कुछ कहा तो नहीं लेकिन आंकड़े देखकर ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनका निशाना किस तरफ है।
दुनिया में भारत की आबादी का हिस्सा ?
पूरी दुनिया की जनसंख्या में 18 प्रतिशत आबादी भारत में है, वहीं दुनिया की कुल जमीन का मात्र 2.4 प्रतिशत हिस्सा भारत के पास है। देश में दोनों के अनुपात का अंतर काफी अधिक है इसलिए जनसंख्या नियंत्रण को लेकर प्रयास किया जाना ज्यादा आवश्यक हो जाता है।ताजा आंकड़ो को देखते हुए कयास लगाए जा रहे है कि भारत 3-4 साल में ही दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन सकता है।