गुजरात में किस पार्टी की बनेगी सरकार? जानिए क्या कहता है एक्जिट पोल?
एग्जिट पोल- 2022 गुजरात में किस पार्टी की बनेगी सरकार? जानिए क्या कहता है एक्जिट पोल?
डिजिटल डेस्क, गांधी नगर। गुजरात में दूसरे चरण का मतदान खत्म हो चुका है। शाम पांच बजे तक दूसरे चरण में 14 जिलों की 93 सीटों पर मतदान हुआ है। जबकि चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। चुनाव खत्म होने के बाद कई एजेंसियों के एग्जिट पोल रिपोर्ट भी सामने आ गए हैं। तो आइए जानते हैं कि एग्जिट पोल के मुताबिक किस पार्टी की सरकार बनती दिख रही है।
एग्जिट पोल में सामने आया चौंकाने वाला आंकड़ा
गुजरात चुनाव को लेकर एग्जिट पोल में चौंकाने वाले आंकड़ें सामने आए हैं। बीजेपी एक बार फिर से सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। बीजेपी इस बार कई रिकार्ड को तोड़ती हुई दिख रही है। तो वहीं कांग्रेस पिछली बार के प्रदर्शन को भी दोहराती हुई नहीं दिख रही है। आम आदमी पार्टी को नुकसान नहीं बल्कि फायदा होता दिख रहा है और राज्य में पार्टी सीटों की खाता भी खोल रही है।
दिल्ली विश्वविद्यालय का एग्जिट पोल
गुजरात विधानसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं। अब एक्जिट पोल के नतीजे सामने आ गए हैं। सबसे पहला एक्जिट पोल दिल्ली विश्वविद्यालय का आया है। जो कि काफी चौंकाने वाला है। जिसमें गुजरात में बीजेपी को बंपर जीत मिलने का अनुमान जताया गया है। सर्वे के मुताबिक, 182 विधानसभा सीटों में से 167 सीटों पर बीजेपी परचम लहराएगी। मत प्रतिशत के मामले में बीजेपी रिकॉर्ड तोड़ते हुए दिखाई दे रही है और 54.5 फीसदी वोट हासिल करती हुई दिख रही है, वहीं कांग्रेस पूरी तरह धराशाई होती दिखाई दे रही है। कांग्रेस 15 फीसदी वोटों के साथ कुल 4 सीटें जीत सकती है, जबकि आम आदमी पार्टी को कुल मिलाकर 11 सीटें मिलने का अनुमान है। सर्वे के मुताबिक, आम आदमी पार्टी को 15.8 फीसदी वोट मिल सकती है, जो कि कांग्रेस की अपेक्षा कुछ ज्यादा है। दिलचस्प बात यह है कि सर्वे में बताया गया है कि कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल का भी दर्जा खो सकती है।
पार्टी | दिल्ली विश्वविद्यालय एग्जिट पोल |
बीजेपी | 167 |
कांग्रेस | 15 |
आम आदमी पार्टी | 4 |
दिल्ली विश्वविद्यालय ने ऐसे किया सर्वे
हिंदुस्तान लाइव के मुताबिक, दिल्ली विश्वविद्यालय के वैश्विक अध्ययन केंद्र ने बताया कि यह सर्वे 23 नवंबर से 3 दिसंबर के दौरान किया गया है। इसमें 182 सीटों में से 10721 मतदाताओं की राय ली गई है। इस चुनाव सर्वेक्षण में दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों एवं कॉलेजों के लगभग 500 विद्यार्थियों व शोधार्थियों ने गुजरात के विभिन्न विश्वविद्यालयों के सहयोग से यह सर्वेक्षण किया गया।