कांग्रेस व टीआरएस के बीच जुबानी जंग जारी
तेलंगाना सियासत कांग्रेस व टीआरएस के बीच जुबानी जंग जारी
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। राहुल गांधी द्वारा तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की राष्ट्रीय राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं का उपहास उड़ाए जाने के एक दिन बाद कांग्रेस पार्टी और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के बीच कटाक्ष जारी है। टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामाराव ने मंगलवार को कांग्रेस सांसद पर यह टिप्पणी करते हुए कटाक्ष किया कि अंतरराष्ट्रीय नेता राहुल गांधी जो अमेठी में अपनी खुद की संसद सीट भी नहीं जीत सकते हैं, केसीआर का उपहास करते हैं।
राहुल गांधी की भारत जोड़ी यात्रा के हैदराबाद में प्रवेश करने के एक दिन बाद रामाराव ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्री को पहले अपने लोगों को उन्हें सांसद के रूप में चुनने के लिए राजी करना चाहिए। सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में राहुल गांधी ने केसीआर का मजाक उड़ाते हुए कहा कि उनका यह मानने के लिए स्वागत है कि वह एक वैश्विक पार्टी चला रहे हैं। टीआरएस के भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) का नाम बदलकर राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश करने के फैसले के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा था कि किसी भी नेता को कल्पना करने का अधिकार है, जिस तरह से वह चाहता है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का यह सोचकर भी स्वागत किया जाता है कि वह एक अंतरराष्ट्रीय पार्टी चला रहे हैं, जो अमेरिका या चीन में चुनाव लड़ रही है। राहुल गांधी ने कहा, अगर तेलंगाना के मुख्यमंत्री मानते हैं कि वह एक राष्ट्रीय पार्टी चला रहे हैं, तो यह ठीक है। कोई समस्या नहीं है, वह इस पर विश्वास कर सकते हैं। अगर उन्हें लगता है कि वह एक वैश्विक पार्टी चला रहे हैं, तो यह भी ठीक है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने मंगलवार को कहा, राहुल गांधी जी पहले ही कह चुके हैं कि अगर केसीआर सपना देख रहे हैं कि टीआरएस वैश्विक राष्ट्र समिति (जीआरएस) बन जाती है, तो हमें कोई समस्या नहीं है।
अगर वह जीआरएस बनना चाहते हैं, तो मैं उन्हें याद दिला दूं कि 2007 में टीआरएस पासपोर्ट घोटाले में फंस गई थी। आपको याद होगा कि एक बड़ा पासपोर्ट घोटाला था और इसमें कई टीआरएस नेता शामिल थे। मैं केटीआर को इतिहास की याद दिलाना चाहता हूं। कांग्रेस नेता ने केसीआर को 8वां निजाम भी कहा, हम एक लोकतंत्र में रहते हैं। कांग्रेस कोई ऐसी पार्टी नहीं है जो निजाम शाही पर चलती है। हम जानते हैं कि 8 वें निजाम हैदराबाद में बैठे हैं। कांग्रेस सांसद ने राज्य के गठन के आठ साल बाद भी तेलंगाना में सड़कों की खराब स्थिति के लिए टीआरएस सरकार की खिंचाई की।
तेलंगाना के गठन से किसे लाभ हुआ? यह हमारा प्रश्न है। दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों को लाभ नहीं हुआ है। केवल एक व्यक्ति और एक परिवार को लाभ हुआ है। कांग्रेस नेता ने टीआरएस नेताओं के इस दावे को भी खारिज कर दिया कि उन्होंने आठ वर्षों में हैदराबाद का विकास किया है। उन्होंने दावा किया कि 30 वर्षों में शहर का विकास हुआ, खासकर जब वाई.एस. राजशेखर रेड्डी मुख्यमंत्री थे।
उन्होंने याद किया कि 2014 से पहले हैदराबाद सूचना प्रौद्योगिकी की राजधानी थी। उन्होंने कहा, डीआरडीओ, सीएसआईआर, आईएसबी, नालसर और शमशाबाद हवाई अड्डे जैसे संस्थान 2014 से पहले आए थे।रमेश ने कहा कि हैदराबाद में विकास पूर्व मुख्यमंत्रियों राजशेखर रेड्डी, चंद्रबाबू नायडू, विजयभास्कर रेड्डी, एन.टी. रामा राव। उन्होंने कहा, टीआरएस ने कुछ नहीं किया है। उन्हें बहुत कुछ विरासत में मिला है।
(आईएएनएस)
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