भारत की अर्थव्यवस्था का स्केल बदलने वाला दूरदर्शी बजट

अमित शाह भारत की अर्थव्यवस्था का स्केल बदलने वाला दूरदर्शी बजट

Bhaskar Hindi
Update: 2022-02-01 11:30 GMT
भारत की अर्थव्यवस्था का स्केल बदलने वाला दूरदर्शी बजट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वर्ष 2022-23 के बजट को दूरदर्शी बताते हुए कहा है कि यह बजट भारत की अर्थव्यवस्था का स्केल बदलने वाला बजट साबित होगा। शाह ने कोरोना के संकट काल में भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से बढ़ने और मजबूत होने का दावा करते हुए कहा कि यह बजट भारत को आत्मनिर्भर बनाने के साथ स्वतंत्रता के 100वें वर्ष के नए भारत की नींव भी डालेगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में बजट पेश करने के बाद अमित शाह ने सिलसिलेवार कई ट्वीट कर बजट की खूबियों को गिनाते हुए वित्त मंत्री को बधाई दी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद भी कहा।

अमित शाह ने ट्वीट कर कहा मोदी सरकार द्वारा लाया गया ये बजट, एक दूरदर्शी बजट है, जो भारत की अर्थव्यवस्था का स्केल बदलने वाला बजट साबित होगा। ये बजट भारत को आत्मनिर्भर बनाने के साथ स्वतंत्रता के 100वें वर्ष के नए भारत की नींव डालेगा। उन्होंने आगे कहा कि बजट का आकार बढ़ाकर 39.45 लाख करोड़ करना, कोरोना काल में भी भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को दर्शाता है।

राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को कम करने को बड़ी उपलब्धि बताते हुए शाह ने कहा कि इसका लक्ष्य 6.9 प्रतिशत से घटाकर 6.4 प्रतिशत करना बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मोदी सरकार भारत के राजकोषीय घाटे को 4 प्रतिशत के नीचे लाने में सफल जरूर होगी। शाह ने सहकारिता क्षेत्र में एएमटी रेट को 18.5 प्रतिशत से घटाकर 15 प्रतिशत करने और सरचार्ज को 12 से घटाकर 7 प्रतिशत करने को ऐतिहासिक फैसला बताते हुए कहा कि ऐसा करके मोदी सरकार ने दशकों तक सहकारिता क्षेत्र के साथ हो रहे अन्याय को समाप्त करके उसे बाकी क्षेत्रों के बराबर लाने का काम किया है। ये मोदी सरकार के सहकार से समृद्धि के संकल्प को सिद्ध करने का काम करेगा।

शाह ने बजट को किसानों के लिए लाभकारी बताते हुए कहा कि जीरो बजट खेती, प्राकृतिक खेती, रिवर लिंकिंग, एक स्टेशन-एक उत्पाद और किसान ड्रोन जैसे विभिन्न फैसलों से किसान भाइयों को लाभ मिलने के साथ-साथ कृषि क्षेत्र को आधुनिक व आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद मिलेगी।

शाह ने राज्यों को दी जाने वाली राशि को 15000 करोड़ से बढ़ाकर 1 लाख करोड़ करने के बजटीय प्रावधान को संघीय ढांचे को मजबूती देने वाला कदम करार दिया। उन्होंने डाकघरों को कोर बैंकिंग से जोड़ने और डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित करने के लिए 75 जिलों में 75 डिजिटल बैंक स्थापित करने के फैसले की भी तारीफ की।

गरीबों के जीवनस्तर को बेहतर करने के लिए मोदी सरकार के संकल्पित होने का दावा करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि इसी संकल्प को गति देते हुए मोदी सरकार ने हर घर जल योजना में 60 हजार करोड़ रुपये से 3.83 करोड़ घरों को शुद्ध पेयजल और पीएम आवास योजना में 48 हजार करोड़ से 80 लाख गरीबों को घर देने का निर्णय लिया है। अमित शाह ने दावा किया कि कोरोना के बाद वैश्विक आर्थिक जगत में उत्पन्न हुए अवसरों का दोहन करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह बजट भारत को विश्व की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनाने में सहायक होगा।

(आईएएनएस)

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