केरल में बंदरगाह परियोजना के खिलाफ बढ़ रहीं हिंसक घटनाएं
परियोजना का विरोध केरल में बंदरगाह परियोजना के खिलाफ बढ़ रहीं हिंसक घटनाएं
- परियोजना के समर्थन में प्रदर्शन
डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। केरल की राजधानी के विझिंजम इलाके में रविवार को उस समय तनाव और बढ़ गया, जब विझिंजम बंदरगाह परियोजना का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने पुलिस वाहन को पलट दिया और पथराव कर दो पुलिसकर्मियों को भी घायल कर दिया।
विझिंजम बंदरगाह के पास स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसूगैस के गोले भी छोड़े। सूत्रों के मुताबिक, कई लोग घायल हुए हैं।
प्रदर्शनकारियों ने इससे पहले रविवार को विझिंजम पुलिस थाने का घेराव किया था और शनिवार को हुई झड़पों के बाद हिरासत में लिए गए पांच लोगों को रिहा करने की मांग की थी। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व लैटिन कैथोलिकों के मछुआरे कर रहे हैं जो विझिंजम के तटीय क्षेत्र में एक प्रमुख समुदाय है। कहा जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों को लैटिन कैथोलिक चर्च का समर्थन प्राप्त है।
कुछ मीडियाकर्मी भी घायल हो गए जब प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर उन लोगों पर हमला किया, जो प्रदर्शनों का वीडियो बना रहे थे। पुलिस ने तिरुवनंतपुरम के लैटिन महाधर्मप्रांत के आर्चबिशप, थॉमस जे. नेट्टो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें उन्हें पहले आरोपी के रूप में नामित किया गया है। नई प्राथमिकी में सहायक बिशप, क्रिस्टुदास और विकर जनरल, युजिन पेरिया सहित पचास पादरियों को भी आरोपी बनाया गया है।
विझिंजम पुलिस थाने के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि क्षेत्र में तनाव कम करने को लेकर पुजारियों और पुलिस अधिकारियों के बीच एक उच्चस्तरीय बैठक हुई। प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि बंदरगाह परियोजना को बंद कर दिया जाए, जबकि केरल हाईकोर्ट ने परियोजना पर काम फिर से शुरू करने का निर्देश दिया है।
राज्य सरकार विझिंजम बंदरगाह का काम पूरा करने की इच्छुक है। माकपा, भाजपा और पिछड़े वर्ग के एझावा समुदाय के प्रभावशाली एसएनडीपी बंदरगाह परियोजना का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने बंदरगाह परियोजना के समर्थन में प्रदर्शन भी किए हैं। तिरुवनंतपुरम सिटी पुलिस ने विझिंजम पुलिस स्टेशन में किसी भी घटना का सामना करने के लिए 200 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया है।
आईएएनएस
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