अमेरिकी विशेषज्ञ का दावा, वाईएसआरसीपी सांसद की वीडियो क्लिप प्रामाणिक : तेदेपा
आंध्र प्रदेश अमेरिकी विशेषज्ञ का दावा, वाईएसआरसीपी सांसद की वीडियो क्लिप प्रामाणिक : तेदेपा
डिजिटल डेस्क, अमरावती। आंध्र प्रदेश की विपक्षी तेदेपा ने शनिवार को दावा किया कि वाईएसआरसीपी सांसद गोरंटला माधव की कथित नग्न वीडियो कॉल का वीडियो क्लिप वीडियो फोरेंसिक और छवि विश्लेषण में अमेरिका के एक विशेषज्ञ द्वारा प्रामाणिक और असंपादित पाया गया। दो दिन बाद जब पुलिस ने दावा किया कि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित वीडियो क्लिप मूल नहीं है और इससे छेड़छाड़ की जा सकती है, तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) ने एक्लिप्स फोरेंसिक से रिपोर्ट जारी की।
फोरेंसिक परीक्षक जिम स्टैफोर्ड द्वारा हस्ताक्षरित रिपोर्ट को टीडीपी नेताओं के पट्टाभिराम और वी. अनीता ने एक संवाददाता सम्मेलन में जारी किया। स्टैफोर्ड के अनुसार, जो वीडियो फोरेंसिक और छवि विश्लेषण में एक प्रमाणित और अदालत-योग्य विशेषज्ञ होने का दावा करता है, उसे यह निर्धारित करने के लिए कहा गया था कि क्या वीडियो प्रामाणिक था या इसे बदल दिया गया था या संपादित किया गया था। विशेषज्ञ ने नोट किया कि वीडियो स्मार्टफोन पर चलाए जा रहे वीडियो को रिकॉर्ड करके बनाया गया था।
रिपोर्ट के अनुसार, निष्कर्ष में, छवि विश्लेषण, मोबाइल जांच और डिजिटल फोरेंसिक परीक्षा में मेरी शिक्षा, प्रशिक्षण, अनुभव और विशेषज्ञता के आधार पर यह मेरी विशेषज्ञ राय है कि इस रिकॉडिर्ंग में दिखाया गया वीडियो प्रामाणिक है और संपादित नहीं है। तेदेपा के प्रवक्ता पट्टाभिराम ने जानना चाहा कि मुख्यमंत्री वाई.एस. फोरेंसिक विश्लेषण रिपोर्ट पर जगन मोहन रेड्डी का कहना है। उन्होंने कहा, हम जानना चाहते हैं कि मुख्यमंत्री सांसद के खिलाफ क्या कार्रवाई करेंगे।
टीडीपी नेता ने कहा कि हिंदूपुर के सांसद द्वारा किए गए गंदे काम से राज्य की बदनामी हुई है। उन्होंने कहा कि लोग जानना चाहते हैं कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए दिशा एक्ट और एप लाने वाले मुख्यमंत्री अपने ही सांसद के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वाईएसआरसीपी सरकार सांसद को बचाने की कोशिश कर रही है। राष्ट्रीय महिला आयोग पहले ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से सांसद के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह कर चुका है।
आयोग को उनके खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न की शिकायत मिली थी। शिकायत के मुताबिक, सांसद पर पीड़िता की सहमति के बिना अश्लील वीडियो कॉल करने का आरोप है। आयोग ने कहा कि वीडियो की सामग्री को अभद्र, अश्लील और अशोभनीय बताया गया है। एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी आंध्र प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को मामले की स्वतंत्र जांच करने के लिए लिखा है। हिंदूपुर से सांसद ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने दावा किया कि कुछ लोगों द्वारा उन्हें बदनाम करने के लिए एक नकली और मॉफ्र्ड वीडियो प्रसारित किया गया था।
(आईएएनएस)
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