शरद पवार के रोटी पलट बयान से महाराष्ट्र की सत्ता में मची खलबली, क्या पवार ने दिए हैं सत्ता परिवर्तन के संकेत या अजित पवार पर साधा है निशाना? शिंदे की 'सत्ता' पर भी संदेह!
सीएम की कुर्सी पर खींचतान! शरद पवार के रोटी पलट बयान से महाराष्ट्र की सत्ता में मची खलबली, क्या पवार ने दिए हैं सत्ता परिवर्तन के संकेत या अजित पवार पर साधा है निशाना? शिंदे की 'सत्ता' पर भी संदेह!
डिजिटल डेस्क, मुबंई। महाराष्ट्र की सियासत से बहुत बड़ी खबर सामने आ रही है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार का एक बड़ा बयान सामने आया है। शरद पवार ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि रोटी पलटने का समय आ गया है समाज और पार्टी में कई ऐसे लोग या कार्यकर्ता हैं, जिनके पास पद हो या नहीं हो, इसके चलते सम्मान मिलता है और अगर वो शख्स सम्मान का मान नहीं रखता है, तब आपको रोटी पलटने की तैयारी करनी चाहिए।
इस बयान के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि शरद पवार भतीजे अजित पवार पर कड़ी कार्रवाई कर सकते हैं क्योंकि पिछले कई दिनों से अजित को लेकर अटकलें लग रही हैं कि वो बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। ऐसा भी अंदेशा है कि कर्नाटक चुनाव खत्म हो जाने के बाद अपने पूरे दलबल के साथ अजित पवार भाजपा में शामिल हो जाएं, जहां उन्हें उप मुख्यमंत्री का पद ऑफर किया गया है। हालांकि, इन सबके बीच शरद पवार का रोटी पलटने वाला बयान काफी अहम माना जा रहा है।
बयान के क्या है मयाने?
दरअसल , पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार राजधानी मुबंई में युवा संवाद कार्यक्रम में शरीक हुए थे जहां पर उन्होंने कहा, "समाज और पार्टी में कई ऐसे लोग या कार्यकर्ता हैं, जिनके पास पद हो या नहीं हो, इसके चलते सम्मान मिलता है और अगर वो शख्स सम्मान का मान नहीं रखता है, तब आपको रोटी पलटने की तैयारी करनी चाहिए। यहां अध्यक्ष हैं, कार्याध्यक्ष हैं, युवा संगठन के अध्यक्ष हैं, सभी एक जगह बैठो।"
पवार ने कहा, "आगे की तैयारी कैसे करनी है इसकी चर्चा करो। साल दर साल किसे आगे बढ़ना है, किसे साथ लाना है? क्या काम करना है, साथ ही जो ज्यादा मेहनत कर रहे हैं उनकी तलाश करो और तैयार करो तो मैं आपको भरोसा देता हूं कि आने वाले महानगरपालिका चुनावों में उन पर ध्यान दिया जाएगा। जिससे समय रहते एक नया नेतृत्व तैयार मिलेगा और उसके लिए कमर कसने की जरूरत है।"
अजित को सीएम बनने की है इच्छा
शरद पवार के इस बयान को अजित पवार से जोड़ कर देखा जा रहा है। ये भी कहा जा रहा है कि शरद पवार पार्टी में कोई बड़ा फेरबदल कर सकते हैं। वहीं अजित को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। सूत्रों की मानें तो, अजित पवार 13 मई के बाद कभी भी बड़ा एक्शन ले सकते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, हाल ही में एक इंटरव्यू में पवार ने अपनी इच्छा महाराष्ट्रवासियों के सामने रखी थी। अजित की ख्वाहिश है कि वो आने वाले दिनों में महाराष्ट्र के सीएम बनें। जिसके लिए पवार बीजेपी की ओर टकटकी लगाए हुए हैं। हालांकि, विश्लेषक यह भी मानते हैं कि क्या बीजेपी में शामिल होते वक्त उनके पास विधायकों की उतनी संख्या है कि वो मुख्यमंत्री बनेंगे?
शिंदे की जाएगी कुर्सी?
वहीं इन सबके बीच एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना और बीजेपी में सब कुछ अच्छा नहीं जताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि भाजपा खेमे से बनाए गए मंत्रियों की फाइल सीएम शिंदे जल्दी पास नहीं कर रहे हैं जिसकी वजह से बीजेपी के नेता पार्टी हाईकमान से शिकायत कर रहे हैं। जिसको देखते हुए शीर्ष नेतृत्व ने सभी मत्रियों को अप्रैल तक रूकने को कहा है। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर एकनाथ शिंदे पूरी तरह वाकिफ हैं और अपनी सीएम की कुर्सी बचाने के लिए पूरी जदोजहद्द में लगे हुए हैं। इन सबसे इत्तर अब देखना दिलचस्प होगा कि महाराष्ट्र की सियासत कहां जा रही है।