जानिए, कैसे विधानसभा चुनाव में बीजेपी और सपा के बीच हो सकता है मुकाबला
उत्तर प्रदेश जानिए, कैसे विधानसभा चुनाव में बीजेपी और सपा के बीच हो सकता है मुकाबला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एबीपी-सीवोटर-आईएएनएस स्टेट ऑफ स्टेट्स 2021 के नए ट्रैकर के अनुसार, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव भाजपा और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच कड़ा मुकाबला होने के आसार हैं। सीवोटर के संस्थापक यशवंत देशमुख ने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना ने प्रतियोगिता को बहुत ही पक्षपातपूर्ण और ध्रुवीकरण कर दिया है।
देशमुख ने कहा कि भाजपा विरोधी वोट सपा के पीछे मजबूत हो रहे हैं और चुनाव से पहले बसपा और कांग्रेस जैसे अन्य दलों के विकास की गुंजाइश अब सीमित है। देशमुख ने कहा कि सपा को एक बड़ा बढ़ावा मिल सकता है, यदि उनके नेता अखिलेश यादव मैदान में उतरते हैं और यहां तक कि उनके पिता मुलायम सिंह यादव की तुलना में 1 प्रतिशत भी सक्रिय होते हैं, अन्यथा वोट शेयर का अंतर भाजपा के पक्ष में होगा।
एबीपी-सीवोटर-आईएएनएस स्टेट ऑफ स्टेट्स 2021 के नए ट्रैकर 4 सितंबर से 4 अक्टूबर के बीच पांच चुनावी राज्यों की 690 विधानसभा सीटों पर 98,121 सैंपल साइज के साथ आयोजित किया गया था। 69.6 फीसदी ने कहा कि लखीमपुर जैसी घटनाओं से उत्तर प्रदेश सरकार की छवि खराब हो रही है। कम से कम 59.6 प्रतिशत ने कहा कि लखीमपुर की घटना उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।
कुल 63.2 प्रतिशत ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति के कारण यूपी सरकार की छवि खराब हुई है। ट्रैकर के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा राज्य में 245 सीटों के साथ जीत रही है, उसके बाद सपा 134 सीटों के साथ जीत रही है। बीजेपी को पिछले चुनाव की तुलना में 80 सीटों का नुकसान हो रहा है, जबकि सपा को 86 सीटों का फायदा हो रहा है।
(आईएएनएस)