महाराष्ट्र में सियासी घमासान की आंच राजस्थान तक!, सचिन पायलट फिर गहलोत खेमे के निशाने पर
राजस्थान में सियासी हलचल तेज महाराष्ट्र में सियासी घमासान की आंच राजस्थान तक!, सचिन पायलट फिर गहलोत खेमे के निशाने पर
डिजिटल डेस्क, जयपुर। महाराष्ट्र में सियासी महासंग्राम शुरू है। इसी बीच इसकी आंच राजस्थान तक पहुंचने की खबर है। बताया जा रहा है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस नेता सचिन पायलट पर निशाना साधा था। जिसके बाद गहलोत खेमा पायलट पर हमलावर हो गया है। जिसको देखते हुए सियासत में एक बार फिर से हलचल शुरू हो गई है। आजतक न्यूज के मुताबिक गहलोत खेमे के शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल ने दावा किया है कि हमने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कांग्रेस नेता सचिन पायलट को मिलते हुए देखा है।
उन्होंने कहा कि सीएम अशोक गहलोत ने कुछ भी गलत नहीं कहा है, वो ठीक कह रहे हैं। दोनों सरकार गिराने में मिले हुए थे। गहलोत खेमे के मंत्री के बयान के बाद राजस्थान की सियासत फिर से गर्म हो गई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस पंजाब की तरह यहां भी अंदरूनी कलह से जूझ रही है।
हालांकि कांग्रेस नेतृत्व ने इस कलह को दूर करने की कोशिश की लेकिन ये खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। उधर अग्निवीर योजना के खिलाफ हुई बैठक में पत्रकारों ने कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा से गहलोत के पायलट पर आरोपों को लेकर सवाल किया लेकिन वो कुछ भी बोलने से मना कर दिए। जबकि प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस के नेता सब एक हैं और मिलकर साल 2023 में विधानसभा चुनाव लडेंगे।
सचिन पायलट साइलेंट मूड में
गौरतलब है कि राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के धैर्य रखने की तारीफ राहुल गांधी ने की थी। जिसके बाद गहलोत का पायलट पर हमला राजस्थान की सियासत में हलचल बढ़ा दी है। सचिन पायलट आज टोंक के दौरे पर आ रहे हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि उनके वो अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब दे सकते हैं। उधर, सचिन पायलट ने अपने समर्थकों से कहा है कि गहलोत गुट के उकसावे में न आवें। हालांकि लोगों का मानना है कि जल्द ही सचिन इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
गहलोत ने साधा निशाना
सूबे के सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस नेता सचिन पायलट पर गंभीर आरोप लगाया है। गहलोत ने सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ में कहा था कि सचिन पायलट कांग्रेस सरकार गिराने में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ साजिश में शामिल थे। उन्होंने कहा केंद्रीय मंत्री को टेलीफोन टैपिंग मामले में अपना वॉयस सैंपल देना चाहिए।
गहलोत ने आगे कहा पायलट चूक गए इसका मतलब दोनों सरकार गिराने में लगे हुए थे। गललोत के इस बयान के बयान राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। राजनीतिक जानकारों की माने तो राजस्थान में राजनीतिक मिजाज कभी बदल सकता है और महाराष्ट्र जैसे हालात बनने से नहीं नकारा जा सकता है।
राहुल गांधी ने की थी तारीफ
राहुल गांधी ने ईडी से पूछताछ के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं से बात की थी। इसी दौरान उन्होंने बताया कि ईडी के अधिकारियों ने मुझसे पूछा था कि आप थकते नहीं है, तो हमने कहा कि कांग्रेस के हर नेता में धैर्य है। यहां सचिन पायलट जी बैठे हैं। राहुल ने जैसे सचिन का नाम लिया तो उनके खेमे के समर्थकों में जश्न का माहौल हो गया, लोग उनके समर्थन में नारेबाजी करने लगे। राहुल गांधी की तारीफ के बाद गहलोत का पायलट पर सीधा हमला राजस्थान की राजनीति में हवा दे दी है। अब देखना है कि पायलट इस पर कब अपनी चुप्पी तोड़ते हैं।