देश में कोयला संकट, रेलवे और ऊर्जा मंत्रालय से नहीं बल्कि पूर्व कांग्रेसी मंत्रियों की वजह से है, मोदी हैं तो मुमकिन है
चिदंबरम देश में कोयला संकट, रेलवे और ऊर्जा मंत्रालय से नहीं बल्कि पूर्व कांग्रेसी मंत्रियों की वजह से है, मोदी हैं तो मुमकिन है
- कई करीब 670 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोयले की कमी से ट्रेनें रद्द करने के रेलवे के फैसले पर विपक्षी दल कांग्रेस ने उठाए सवाल। पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम ने चुटकी लेते हुए कहा दोष मोदी सरकार के रेलवे, पावर व कोयला मंत्री का नहीं कांग्रेस का है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने शनिवार को देश के कई राज्यों में बिजली की कटौती को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
बिजली कटौती को लेकर सरकार पर तंज कसते हुए चिदंबरम ने कहा कि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कोयला, विशाल रेल नेटवर्क, थर्मल प्लांट्स की क्षमता जिसका पूरा इस्तेमाल भी नहीं हो रहा। फिर भी बिजली की भारी कमी है। मोदी सरकार को दोष नहीं दिया जा सकता है। यह कांग्रेस के 60 सालों के शासन के कारण हुआ है। चिदंबरम यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे ट्वीट किया और तंज कसते हुए लिखा, देश में गहराए संकट की वजह कोयला मंत्रालय, रेलवे मंत्रालय और ऊर्जा मंत्रालय बिल्कुल भी नहीं है। दोष उन विभागों के पूर्व कांग्रेसी मंत्रियों का है! मोदी हैं तो मुमकिन है
वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कई राज्यों में बिजली की भारी कटौती को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और केंद्र की मोदी सरकार से सवाल किया कि क्या उन्हें देश और जनता की फिक्र नहीं है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मौन रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि आने वाले दिनों में बिजली की मांग और बढ़ने की स्थिति से निपटने के लिए उसकी क्या योजना है।
देश के कई हिस्सों में बिजली उत्पादन संयंत्र कोयला संकट का सामना कर रहे हैं। रेलवे ने इससे निपटने के लिए और कोयले की आपूर्ति के लिए कई करीब 670 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया है, ताकि कोयला ले जा रही माल गाड़ियों के फेरों को बढ़ाया जा सके।
(आईएएनएस)