थरूर ने चीन की बड़ी अर्थव्यवस्था वाले बयान के लिए जयशंकर को आड़े हाथों लिया
कांग्रेस का महाअधिवेशन थरूर ने चीन की बड़ी अर्थव्यवस्था वाले बयान के लिए जयशंकर को आड़े हाथों लिया
डिजिटल डेस्क, रायपुर। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शनिवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव के बीच चीन पर भारत की नीति का बचाव करते हुए एक साक्षात्कार के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर की हालिया टिप्पणी चीन बड़ी अर्थव्यवस्था है के लिए उनकी आलोचना की। कांग्रेस के 85वें पूर्ण अधिवेशन के दौरान कांग्रेस द्वारा पारित अंतरराष्ट्रीय प्रस्ताव पर बोलते हुए थरूर ने कहा, विदेश मंत्री की बात सुनकर हैरानी हुई कि चीन इतना अमीर है कि उसका मुकाबला नहीं कर सकते।
थरूर ने कहा कि जब तक कांग्रेस लड़ाई लड़ती है तब तक भारत का भविष्य उज्जवल है और हमें यहां से एक संदेश देना होगा। तिरुवनंतपुरम से सांसद ने कहा कि अगर पार्टी पूरी ताकत के साथ बीजेपी का मुकाबला करना चाहती है तो उसे अपनी विचारधारा को लेकर बिल्कुल स्पष्ट होना चाहिए। समावेशी भारत के विचार पर जोर देते हुए, थरूर ने कहा कि कांग्रेस बिलकिस बानो बलात्कार मामले के दोषियों और गौ रक्षकों की रिहाई पर अधिक मुखर हो सकती थी। थरूर ने बड़े पैमाने पर क्रोनी कैपिटलिज्म और प्रधानमंत्री के कुछ दोस्तों के हाथों में संपत्ति के लिए भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। इस बीच, कांग्रेस ने अपने राजनीतिक प्रस्ताव में कहा कि वह नफरत की राजनीति और हिंसा का मुकाबला करने के लिए घृणा अपराधों को दंडित करने और रोकने के लिए कानून लाएगी।
प्रस्ताव में कहा गया, बीजेपी सरकार के पिछले साढ़े आठ सालों में नफरत की राजनीति ने खतरनाक रूप धारण कर लिया है और धार्मिक ध्रुवीकरण अपने चरम पर पहुंच गया है। घृणा अपराध और अत्याचार कई गुना बढ़ गए हैं। सतर्क दक्षिणपंथी समूह विभिन्न तुच्छ मुद्दों पर हिंसा भड़काते हैं। ये समूह बेधड़क काम करते हैं और अराजकता और भय फैलाते हुए पुलिस की तरह काम करने लगे हैं। अल्पसंख्यकों के मन में यह डर भाजपा/आरएसएस शासन का उद्देश्य है। प्रस्ताव में कहा गया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान यह स्पष्ट था कि अधिकांश भारतीय प्रेम, शांति और सद्भाव के लिए तरसते हैं।
(आईएएनएस)
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.