हाईकोर्ट ने वाईएसआरटीपी को भूख हड़ताल की सशर्त अनुमति दी

तेलंगाना हाईकोर्ट ने वाईएसआरटीपी को भूख हड़ताल की सशर्त अनुमति दी

Bhaskar Hindi
Update: 2023-04-21 12:30 GMT
हाईकोर्ट ने वाईएसआरटीपी को भूख हड़ताल की सशर्त अनुमति दी

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (वाईएसआरटीपी) को बेरोजगारों की समस्याओं को लेकर हैदराबाद के इंदिरा पार्क में एक दिवसीय भूख हड़ताल करने की सशर्त अनुमति दे दी।

पहले 17 अप्रैल को तेलंगाना स्टूडेंट्स्ज एक्शन फॉर वेकेंसीज एंड इंप्लायमेंट (टी-सेव) के बैनर तले भूख हड़ताल करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन पुलिस ने अनुमति नहीं दी। टी-सेव मंच की शुरुआत वाईएसआरटीपी की अध्यक्ष वाई.एस. शर्मिला ने की है।

शर्मिला ने उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर पुलिस को विरोध-प्रदर्शन की अनुमति देने का निर्देश देने की मांग की थी। हालांकि उच्च न्यायालय ने निर्देश दिया है कि 500 से अधिक लोग भूख हड़ताल में शामिल नहीं होने चाहिए।

आयोजकों को भूख हड़ताल से 48 घंटे पहले पुलिस से संपर्क करने का भी निर्देश दिया गया है।

शर्मिला के एक या दो दिन में विरोध की नई तारीख की घोषणा करने की संभावना है।

पुलिस द्वारा अनुमति देने से इनकार करने के बाद वाईएसआरटीपी ने मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह उनके अत्याचारी शासन और उनकी विफलताओं तथा झूठे वादों के खिलाफ आवाज उठाने वालों के प्रति सरकार के तानाशाही व्यवहार को बताता है।

वाईएसआरटीपी के आधिकारिक प्रवक्ता गट्ट रामचंद्र राव ने हैदराबाद पुलिस को टी-सेव भूख हड़ताल की अनुमति देने से मना करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाते हुए राज्य सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में कार्यकर्ताओं को अपनी ही पार्टी के कार्यालय में प्रवेश नहीं करने देना शर्मनाक है।

राजनीतिक मामलों की समिति ने आरोप लगाया था कि शर्मिला को बार-बार निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि केसीआर अब उनकी लड़ाई और तेलंगाना के प्रति प्रतिबद्धता से डर गए हैं। समिति ने कहा, हम बेरोजगारों के हितों और अधिकारों के लिए अथक संघर्ष कर रहे हैं। न केवल राज्य सरकार खामोश और अहंकारी है, बल्कि वे हमें लड़ने और विरोध करने के हमारे अधिकारों से भी वंचित कर रहे हैं।

रामचंद्र राव ने कहा, टी-सेव को एक आम मंच के रूप में प्रस्तावित किया गया था और हमने इंदिरा पार्क के पास एक दिन के लिए भूख हड़ताल करने का फैसला किया था। इस आवेदन को शहर की पुलिस ने खारिज कर दिया था। क्या यह उस पार्टी की ओर से उचित है जो सार्वजनिक आंदोलनों और लोगों के विरोध से अपने उद्भव और अस्तित्व का दावा करती है? क्या केसीआर ने पहले इंदिरा पार्क में कई विरोध प्रदर्शन नहीं किए हैं? बीआरएस और अन्य के लिए नियम अलग कैसे हो सकते हैं?

उन्होंने दावा किया कि प्रस्तावित भूख हड़ताल को 39 सामाजिक संगठनों और विभिन्न राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त है।

(आईएएनएस)

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