सीएम अरविंद केजरीवाल को जेल हुई तो ये नजदीकी विधायक संंभाल सकता है दिल्ली की गद्दी, इन नामों की चर्चा भी हुई तेज!
केजरीवाल के बाद 'कौन'? सीएम अरविंद केजरीवाल को जेल हुई तो ये नजदीकी विधायक संंभाल सकता है दिल्ली की गद्दी, इन नामों की चर्चा भी हुई तेज!
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली शराब घोटाले मामले में केंद्रीय एजेंसी सीबीआई ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को रविवार यानी 16 अप्रैल को पेश होने का नोटिस दिया है। जिसके बाद से ही आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी एक-दूसरे के आमने-सामने आकर खड़ी हो गई हैं। जहां बीजेपी केजरीवाल को भ्रष्टाचार का सरगना बता रही है तो वहीं अरविंद भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग करने का आरोप लगा रहे हैं। सीएम केजरीवाल के सीबीआई समन के बाद उन्होंने दावा किया है कि बीजेपी जो चाहती है वो करती है अगर भाजपा के मन में है कि वो मुझे जेल में डाले तो उसे कोई नहीं रोक सकता है।
दरअसल, केजरीवाल के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में पूर्व डिप्टी सीएम और आप नेता मनीष सिसोदिया का एक बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वो कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि, आज मैं गिरफ्तार हो जाऊंगा। आपको बता दें कि, यह वीडियो सिसोदिया का तब का बताया जा रहा है जब उन्हें आखिरी बार सीबीआई दफ्तर जाते हुए देखा गया था। केजरीवाल के गिरफ्तारी वाले बयान पर एक बार फिर सियासी गलियारों में ये चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि अगर वाकई केजरीवाल की ये बात सच हो जाती है तो राजधानी दिल्ली की बागडौर कौन संभालेगा? इन सबसे इत्तर सवाल ये भी उठ रहे हैं कि आखिर में ये बात सच हो जाती है तो दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? हालांकि, अभी आगे क्या होगा ये तो भविष्य के गर्भ में ही छुपा है, लेकिन चलिए बताते हैं अगर कुछ ऐसी परिस्थितियां बनती है तो कौन होगा दिल्ली का किंग?
जेल के बाद दिल्ली का कौन सेठ?
केजरीवाल अगर विषम परिस्थितियों में पड़ते हैं तो तीन नाम जो उछल कर दिल्ली के अगले सीएम को लेकर सामने आ रहे हैं। उनमें से एक नाम दिल्ली कैबिनेट मंत्री गोपाल राय, मनीष सिसोदिया के इस्तीफे के बाद शिक्षा मंत्री का पदभार संभालने वाली आप की प्रखर नेत्री आतिशी और एक नाम नये नवले मंत्री सौरभ भारद्वाज का है। जिनकी दबी जुबान से ही चर्चाएं शुरू हो चुकी हैं। जिन नामों की चर्चाएं हो रही हैं वो केजरीवाल के नजदीकी हैं और दिल्ली की राजनीति में कितना बड़ा चेहरा हैं कि वो सीएम अरविंद की जगह को फौरी तौर पर भर सकते हैं। तो आइए उनके बारे में जानते हैं।
कैबिनेट मंत्री गोपाल राय
आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेताओं में से और अरविंद केजरीवाल के सबसे अच्छे दोस्तों में से एक गोपाल राय को माना जाता है। बता दें कि, गोपाल राय अपनी धारदार बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं। उनके बारे में कहा जाता है कि सीएम केजरीवाल के मनीष सिसोदिया के बाद राय ही सबसे ज्यादा करीब हैं। जिसकी वजह से उन्हें कैबिनेट में जगह भी दी गई है। फिलहाल, गोपाल राय के पास दिल्ली के पर्यावरण और श्रम मंत्रालय हैं। जिनके अच्छे कामों के लिए केजरीवाल कई बार सार्वजनिक मंच पर उनकी तारीफ कर चुके हैं। गोपाल राय मौजूदा समय में दिल्ली के बाबरपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं।
आतिशी
केजरीवाल के दूसरे सबसे बड़े करीबी नेताओं में गिनती दिल्ली के शिक्षा मंत्री आतिशी को माना जाता है। हाल ही में मनीष सिसोदिया को आबकारी मामले में गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद सिसोदिया ने दिल्ली डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। सिसोदिया के इस्तीफे के बाद शिक्षा मंत्रालय में बतौर मनीष सिसोदिया की सलाहकार रही आतिशी ने दिल्ली शिक्षा मंत्रालय का पद संभाला। दिल्ली के सीएम को जब सीबीआई ने समन भेजा था तो आतिशी को ही सबसे पहले आवाज उठाते देखा गया। आतिशी मौजूदा समय में दिल्ली के कालकाजी विधानसभा सीट से जीत कर सदन में पहली बार पहुंची हैं।
सौरभ भारद्वाज
दिल्ली आप प्रवक्ता और आम आदमी पार्टी के नेताओं में अपनी बात को अन्य दलों के सामने बड़े ही साफगोई से रखे जाने के लिए सौरभ भारद्वाज जाने जाते हैं। सिसोदिया के इस्तीफे के बाद दिल्ली के मंत्रिमंडल में सौरभ भारद्वाज को जगह दी गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, केजरीवाल के नजदीकी होने की वजह से ही उन्हें मंत्रिमंडल में ढेर सारी जिम्मेदारियां दी गई हैं। जिनमें अर्बन डेवलपमेंट, जल, सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण, विजिलेंस, सर्विसेज और इंडस्ट्री जैसे सात विभाग हैं। हम अगर सौरभ की विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो वो दिल्ली के ग्रेटर कैलाश से विधायक हैं। जो साल 2020 के दिल्ली विधानसभा में बीजेपी के कैंडिडेट से भारी मतों से हरा कर सदन पहुंचे थे।
इन नामों पर भी चर्चा तेज
अब तक आपने इन तीनों नामों को जाना जिनकी केजरीवाल के साथ खास तरह की बॉन्डिंग है। इसके अलावा केजरीवाल के संबंध राज्यसभा सांसद संजय सिंह, राघव चड्ढा के साथ भी अच्छे माने जाते हैं। राघव चड्ढा का कद पंजाब विधानसभा चुनाव जीतने के बाद से ही पार्टी में बढ़ गया है। बता दें कि, पंजाब के प्रभारी राघव चड्ढा ही रहे थे जिनके नेतृत्व में आप ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सरकार बनाने में कामयाब रही थी। हालांकि, इनका सीएम बनना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि दिल्ली विधानसभा के ये सदस्य नहीं हैं। जिसके बाद उनके नाम की चर्चा में दम नजर नहीं आता है। लेकिन दिल्ली के तीन मंत्री गोपाल राय, आतिशी और सौरभ भारद्वाज का नाम दबी जुबान में ही सही लेकिन तेज हो गई हैं। हालांकि, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ आगे क्या होने वाला है, ये तो समय में पता चल पाएगा।