आदिवासी युवती के साथ दुष्कर्म और हत्या का मामला विधानसभा पहुंचा, कमलनाथ ने सरकार पर साधा निशाना
मप्र के महू में बड़ा बवाल आदिवासी युवती के साथ दुष्कर्म और हत्या का मामला विधानसभा पहुंचा, कमलनाथ ने सरकार पर साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, इंदौर। मध्यप्रदेश के महू में आदिवासी महिला का मामला दबाने के चलते आदिवासी समुदाय और पुलिस के बीच तनातनी देखी गई। जिसके चलते महू में बुधवार देर रात बड़ा बवाल हुआ। पथराव और पुलिस की फायरिंग में कई लोग घायल हो गए। पुलिस की गोली लगने से एक आदिवासी युवक की मौत होना बताया जा रहा है, जिसके शव को एमवाय अस्पताल में पहुंचाया गया हैं। घटना के बाद से शहर में रातभर तनाव बना रहा। इस पूरी घटना में 6 पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर हैं।
सदन में सरकार से सवाल गोली चलाने का आदेश किसने दिया
मंडला जिले के निवास से विधायक अशोक मर्सकोले ने कहा, आदिवासियों का मामला आता है, तो ऐसे दबाया क्यों जाता है। इस पूरे मामले को ढंकने की कोशिश की गई है। धार के मनावर से विधायक हीरालाल अलावा ने कहा, गोली चलाने का आदेश किसने दिया, चाहे गृहमंत्री ही क्यों न हों, उन पर कार्रवाई होना चाहिए। यह आदिवासी बर्बरता का सबसे बड़ा उदाहरण है, इसे हम किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।
जानिए पूरा मामला
दरअसल एक आदिवासी युवती की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई, आदिवासी समुदाय के लोगों की ओर से बताया जा रहा है कि आदिवासी युवती के साथ इलाके के कुछ दबंगों ने दुष्कर्म किया फिर युवती की हत्या कर दी। और शव को सड़क किनारा फेंक दिया। वहीं पुलिस युवती की मौत की वजह करंट लगाना बता रही हैं। इससे नाराज होकर एसटी समुदाय के लोगों ने पहले युवती के शव को डोंगरगांव चौकी के सामने सड़क पर रखकर चक्काजाम किया, जब प्रशासन किसी भी तरह हरकत में नहीं आया तब गुस्साई भीड़ ने पुलिस थाना का घेराव कर पथराव किया। बचाव में पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें कई पुलिसकर्मी और आदिवासी लोग घायल हो गए। इससे पहले तो थाने का घेराव करने आए समुदाय के लोगों को पुलिस ने खदेड़ दिया था, लेकिन बाद में भारी तादाद में भीड़ ने थाना का घेराव किया। और मामले ने राजनीतिक रफ्तार पकड़ ली। बढ़ते बवाल को देखते हुए इंदौर से भारी पुलिस बल महू भेजा गया हैं।
राजनीति
मामले की गंभीरता को भांपते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की टीम महू पहुंच गई हैं। पीसीसी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर कांग्रेस के आदिवासी विधायकों की टीम घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंच गई है। जांच दल में कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, झूमा सोलंकी और पांचीलाल मेड़ा शामिल हैं। इंदौर के प्रभारी महेंद्र जोशी भी घटनास्थल पहुंचे हैं। टीम घटना की सच्चाई पता करेगा और पीडि़त लोगों से बातचीत करेगा। टीम अपनी रिपोर्ट कमलनाथ को भेजेगी। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।
मामले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि मध्यप्रदेश में जंगलराज राज चल रहा है,इंदौर जिले के महू में आदिवासी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या एवं पुलिस फायरिंग में आदिवासी युवकों को मारा जा रहा हैं। पूर्व सीएम ने आगे कहा कि मैं इस हृदयविदारक घटना से आहत हूं, व्यथित हूं और दुख की इस घड़ी में पीडि़त आदिवासी परिवारों के साथ खड़ा हूं। मैंने घटना की जांच के लिए वरिष्ठ आदिवासी विधायकों का एक जांच दल भी गठित किया है जो घटनास्थल के लिए रवाना हो चुका है। आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में पूरे देश में अव्वल मध्यप्रदेश में घटित इस सामूहिक बलात्कार और पुलिस गोलीबारी की घटना ने आदिवासियों को भयभीत कर दिया है। अब इस बीजेपी सरकार से कोई उम्मीद नहीं बची है।
हत्या का केस दर्ज
ग्रामीण एसपी भगवंत बिरदे ने मीडिया को बताया कि पीड़ित परिवार की शिकायत पर यदुनंदन पिता रामचरण पाटीदार के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारी ने कहा पीएम रिपोर्ट आने के बाद यदि रेप के आरोप की पुष्टि होती है तो धारा बढ़ाई जाएगी। आरोप है कि यदुनंदन धामनोद, जिला धार से युवती का अपहरण कर ग्राम गवली पलासिया लाया। यहां करंट लगा कर उसकी हत्या कर दी।