राजकोट में वोटिंग से ज्यादा रहे विंटेज कार के चर्चे, शाही सवारी से मतदान करने पहुंचा था शाही परिवार, विटेंज कार के इन मॉडल्स ने दिखाए हैं देसी सड़कों पर जलवे
विंटेज कार से वोटिंग राजकोट में वोटिंग से ज्यादा रहे विंटेज कार के चर्चे, शाही सवारी से मतदान करने पहुंचा था शाही परिवार, विटेंज कार के इन मॉडल्स ने दिखाए हैं देसी सड़कों पर जलवे
डिजिटल डेस्क, राजकोट। गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण में गुरुवार को 19 राज्यों की 89 विधानसभा सीटों पर मतदान किया जा रहा है। विधानसभा चुनाव में जनता की ओर से जोरो-सोर से मतदान किया जा रहा है। मतदान के बीच रॉयल फैमिली आकर्षण का मुख्य केन्द्र बने। रॉयल फेमिली के सदस्य मांधातासिंह जडेजा और कादंबरी देवी जडेजा अपनी विंटेज कार से मतदान देने पहुंचे। जिसके बाद रॉयल फैमिली की यह विंटेज कार खूब चर्चे में हैं।
विंटेज कार से पहुंचें मतदान करने
मतदान केन्द्र पर रॉयल फैमिली से ज्यादा लोगों का ध्यान उनकी विंटेज कार पर रहा। रॉयल फैमिली इस चुनाव में करीब 90 साल पहले बनी फोर डोर कन्वर्टेबल स्टड-ब्रेकर विंटेज कार से मतदान करने पहुंची थी। रॉयल फैमिली की इस विंटेज कार को सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया जा रहा है।
क्यों खास है रॉयल फैमिली की विंटेज कार
राजकोट की इस रॉयल फैमिली की फोर डोर कन्वर्टेबल स्टड-ब्रेकर विंटेज कार करीब 90 साल पुरानी है जो दुनिया में अब बेहद कम ही लोगों के पास बची हैं। रॉयल फैमिली की इस विंटेज कार का निर्माण साल 1933 में हुआ था। आज के समय में अरबपति इन कारों के लिए मुंह मांगी रकम देने को तैयार रहते हैं।
भारत में हैं कई विंटेज कारें
भारत हमेशा से राजशाही परिवारों का देश रहा है। आज भी देश में कई जगहों पर राजशाही परिवार मौजूद हैं और राजाओं की तरह अपने जीवन को शाही रूप में जीते हैं। लेकिन आजादी से पहले राजशाही परिवार पूरी शानौशौकत की जिंदगी जीते थे। इन शाही परिवारों को विंटेज कारों का बेहद शौक था जिसकी वजह से देश में कई विंटेज कारें मौजूद थी। आईए जानते हैं कुछ प्रमुख विंटेज कारों के बारे में-
डेलहाये 135 एमएस- साल 1935 में बनी यह विंटेज कार की केवल 11 यूनिट्स ही बनाई गई थी। जिनमें से एक जोधपुर के महाराजा ने अपने लिए मंगवाने में सफल रहे थे।
रोल्स-रॉयस फैंटम II कॉन्टिनेंटल- साल 1935 में डेलहाये 135 एमएस को अगर कोई दूसरी विंटेज कार टक्कर देती नजर आती थी तो वो रोल्स-रॉयस फैंटम II कॉन्टिनेंटल ही थी। भारत में यह विंटेज कार इतनी लोकप्रिय थी कि उस समय इसकी 6 यूनिट्स को देश में मंगाया गया था।
हिस्पानो सुइज़ा एच 6 बी- राजघरानों में वैसे तो रोल्स-रॉयस की कारों का शौक था। लेकिन मैसूर के महाराज के पास हिस्पानो सुइजा एच 6 बी थी जो आज भी कोयंबटूर के गीडी संग्रहालय में मौजूद है।