तमाम अटकलों पर विराम लगाकर एक बार फिर त्रिपुरा के सीएम बनेंगे माणिक साहा, पार्टी हाईकमान ने इन कारणों से फिर जताया है विश्वास

त्रिपुरा में फिर माणिक सरकार तमाम अटकलों पर विराम लगाकर एक बार फिर त्रिपुरा के सीएम बनेंगे माणिक साहा, पार्टी हाईकमान ने इन कारणों से फिर जताया है विश्वास

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-06 15:12 GMT
तमाम अटकलों पर विराम लगाकर एक बार फिर त्रिपुरा के सीएम बनेंगे माणिक साहा, पार्टी हाईकमान ने इन कारणों से फिर जताया है विश्वास

डिजिटल डेस्क, अगरत्तला। तमाम अटकलों को विराम लगाकर एक बार फिर से पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा बनने जा रहे हैं। पार्टी हाईकमान ने अपने बैठक में एक बार फिर से माणिक साहा पर ही विश्वास जताया है। बता दें कि, चुनाव नतीजे आने के बाद से ही माणीक साहा के नाम पर चर्चा चल रही थी। लेकिन फाइनली अब केंद्रीय नेतृत्व ने साहा के नाम पर मोहर लगा दी है। दरअसल, सीएम की रेस में भाजपा की कद्दावर नेता प्रतिमा भौमिक के नाम पर भी चर्चा चल रही थी। लेकिन किन्हीं कारणों से उनका नाम मुख्यमंत्री पद के लिए आगे तक नहीं जा सका। हालांकि, माणिक साहा की सरकार में उन्हें अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। बता दें कि, भौमिका त्रिपुरा में भाजपा की कद्दावर नेताओं में से एक हैं। वह 90 के दशक से ही बीजपी से जुड़ी हुई हैं और पार्टी को मजबूत करने में उनका भी काफी अहम योगदान है।

16 फरवरी को हुई थी वोटिंग

त्रिपुरा के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने लगातार दूसरी बार जीत हासिल की है। 60 विधानसभा सीटों वाले त्रिपुरा राज्य में 16 फरवरी को वोटिंग हुई थी। जिसमें 85 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुए थे। त्रिपुरावासियों के बढ़चढ़ कर मतदान करने की वजह से भाजपा को काफी फायदा हुआ और एक बार फिर से वो राज्य की सत्ता पर काबिज होने में सफल रही।

तय हुआ सीएम पद की नाम

बीते रविवार यानी 5 मार्च तो पार्टी हाईकमान ने अपने बैठक में माणिक साहा का नाम कंफर्म कर दिया था। जिसके बाद सभी विधायकों ने 6 मार्च को साहा को विधायक दल का नेता चुन लिया। इस बैठक में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, अमित शाह और जेपी नड्डा सहित अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे। जिन्होंने साहा के नाम को आगे रखा था। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने साहा की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए एक बार फिर से त्रिपुरा की कमान संभालने का मौका दिया है, ताकि आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी को राज्य से ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके। 

हाईकमान ने साहा को ही क्यों चुना?

बता दें कि, पार्टी हाईकमान ने यह फैसला माणिक साहा की साफ छवि को देखते हुए लिया है। अभी तक साहा पर किसी भी तरह का कोई आरोप नहीं है न ही किसी विवादों में उनका नाम उछला है, इसी बात का ध्यान रखते हुए वरिष्ठ नेताओं ने साहा को एक बार फिर से त्रिपुरा के सीएम पद के लिए चुना है।

पीएम मोदी होंगे मुख्य अतिथि?

दरअसल, भाजपा ने 60 विधानसभा सीटों में से 32 सीटों पर जीत हासिल की है। जबकि उसके सहयोगी दल इंडिजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा महज एक सीट पर जीत दर्ज कर पाई है। 2 मार्च को चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद माणिक साहा ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। अब एक बार फिर से वो 8 मार्च को सीएम पद के लिए शपथ लेने वाले हैं। माणिक साहा के शपथ समारोह में अमित शाह, जेपी नड्डा और भाजपा के कई दिग्गज नेता मौजूद रहने वाले हैं। ऐसा माना जा रहा है कि पीएम मोदी भी साहा के शपथ समारोह में उपस्थित हो सकते हैं।

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