चुनाव आचार संहिता से पहले बदले गए पंजाब के डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय
पीएम सुरक्षा चूक पर बड़ा एक्शन चुनाव आचार संहिता से पहले बदले गए पंजाब के डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय
- वीके भावरा पंजाब के नए डीजीपी बने
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पंजाब में पीएम के दौरे के दौरान हुई सुरक्षा चूक में बड़ा एक्शन लिया गया हैं। आज पंजाब सरकार ने डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को बदल दिया गया हैं। जबकि सुप्रीम कोर्ट ने कल सुनवाई के दौरान कहा था कि कोई एक्शन न लिया जाए लेकिन अब डीजीपी पर हुई ये कार्यवाही पर भी सवाल उठने लगे हैं। अब पंजाब के नए डीजीपी 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी वीके भावरा को बनाया गया है। पंजाब सरकार यदि चुनावी आचार संहिता लगने से पहले डीजीपी नहीं बदलती, तो फिर बदलने का अधिकार चुनाव आयोग के पास पहुंच जाता।
विवादों में घिरी पीएम सुरक्षा चूक के साथ ये बड़ी कार्यवाही सवालों के घेरे में आ गई हैँ। चुनावी आचार संहिता से पहले बदले गए डीजीपी का मामला अब कांग्रेस और बीजेपी की बयानबाजी को और आगे बढ़ाएगा। पहले से ही पीएम सुरक्षा चूक में मुखर बने हुए दोनों दल अब और अधिक तेजी से प्रहार करेंगे। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पंजाब सीएम चरणजीत चन्नी से एक्शन लेने की बात कही थी।
इससे पहले आपको बता दें कि पंजाब की कांग्रेस राजनीति में पहले ही उबाल बना हुआ था अब डीजीपी का तबादला एक नया मोड़ क्रिएट कर सकता है कि क्योंकि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू मुख्यमंत्री चन्नी से लड़कर ने आईपीएस अधिकारी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को डीजीपी बनवाया था
डीजीपी के बचाव में ही नवजोत सिंह सिद्धू ने बीजेपी और पीएम पर निशाना साधते हए कहा था कि किसान साल भर तक कई परिस्थितियों में परेशान होकर दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन करते रहे, आपको 15 मिनट इंतजार करना पड़ा तो परेशान हो गए। आपको बता दें पीएम का रास्ता डीजीपी के रूट क्लियर करने के बाद ही तय होता है लेकिन उस दिन पीएम के रास्ते में सड़क पर प्रदर्शनकारी जमा दें। जिसके चलते पीएम को 20 मिनट तक पुल पर रूकना पड़ा।