स्टालिन की इरोड यात्रा के दौरान पर्यावरण कार्यकर्ताओं की हिरासत का विरोध

चेन्नई स्टालिन की इरोड यात्रा के दौरान पर्यावरण कार्यकर्ताओं की हिरासत का विरोध

Bhaskar Hindi
Update: 2023-02-25 10:00 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
हाईलाइट
  • स्टालिन की इरोड यात्रा के दौरान पर्यावरण कार्यकर्ताओं की हिरासत का विरोध

डिजिटल डेस्क,चेन्नई। तमिलनाडु के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री एम.के. रेड्डी की यात्रा से पहले तीन पर्यावरण कार्यकर्ताओं की निवारक हिरासत का विरोध किया है। पर्यावरण कार्यकर्ताओं का नेतृत्व आर.एस. मुगिलन ने इरोड जिला पुलिस से इरोड आगमन के दौरान मुख्यमंत्री के खिलाफ लोकतांत्रिक काले झंडे दिखाने के लिए अनुमति मांगी थी। विरोध सामाजिक कार्यकर्ताओं के जीवन की रक्षा करने में राज्य सरकार की विफलता के खिलाफ था, जिन्होंने इरोड जिले के ए चेन्नियामलाई में एक अवैध खनन गतिविधि को प्रकाश में लाए थे। लेकिन पुलिस ने 27 फरवरी को होने वाले इरोड पूर्व उपचुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) लागू होने की अनुमति देने से इनकार कर दिया।

इसके बावजूद मुलिगन ने पुलिस को सूचित किया कि वह शनिवार को इरोड बस स्टैंड के पास विरोध प्रदर्शन करेगा। शुक्रवार रात, पुलिस ने मुलिगन, पी. तमिल सेल्वन और विश्वनाथन को यह कहते हुए एहतियाती हिरासत में ले लिया कि उन्हें इरोड में चुनाव प्रचार समाप्त होने पर शाम 6 बजे के बाद ही छोड़ा जाएगा। पर्यावरण और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया। इरोड के एक कॉलेज में सामाजिक विज्ञान के प्रोफेसर आर. सुंदरस्वामी ने आईएएनएस को बताया, यह लोकतंत्र के खिलाफ है। मुझे नहीं पता कि मुख्यमंत्री को इस बात की जानकारी है या नहीं या पुलिस लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने वाले पर्यावरण कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर अपने आकाओं को खुश करने के लिए एक कदम आगे बढ़े हैं या नहीं।

सलेम स्थित सामाजिक कार्यकर्ता और पर्यावरण समूह, सोशल एंड साइंटिफिक स्टडी सेंटर के निदेशक माजिद खान ने आईएएनएस से कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। डीएमके सरकार ने इस तरह के कृत्य से खुद को नीचे गिरा लिया है। इस तरह के काले झंडे दिखाने का क्या मतलब है? यह एक लोकतंत्र है और लोगों को विरोध करने का पूरा अधिकार है। मुलिगन ने बताया था कि मुख्यधारा के राजनीतिक दल के एक नेता ने खनन किया था और इरोड जिले के चेन्नियामलाई से 16 करोड़ रुपए का मुनाफा निकाला था। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि राजस्व विभाग और पुलिस को कई बार गुहार लगाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

 (आईएएनएस)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Tags:    

Similar News